ग्वालियर में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में हुआ प्रथम रेंडमाइजेशन

विधानसभावार हुआ ईवीएम का निर्धारण, खोले गए स्ट्रांग रूम के ताले

Update: 2024-03-22 01:45 GMT

ग्वालियर।  चुनाव में उपयोग में लाई जाने वाली ईवीएम (इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन) और वीवीपैट का प्रथम रेण्डमाईजेशन गुरूवार को किया गया। यहां कलेक्ट्रेट के सभागार में मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में जिलाधीश एवं जिला निर्वाचन अधिकारी रुचिका चौहान ने पूरी पारदर्शिता के साथ विधानसभा क्षेत्रवार ईवीएम रेण्डमाइजेशन कराया। इसके बाद राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों को ईवीएम वेयर हाउस व स्ट्रांग रूम का भ्रमण भी कराया।

आयोग द्वारा निर्धारित सॉफ्टवेयर से जिला सूचना विज्ञान अधिकारी अभिलाषा जैन ने राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों एवं जिला निर्वाचन अधिकारी की सहमति के बाद ईवीएम रेण्डमाईजेशन की कार्रवाई पूर्ण की। प्रथम रेण्डमाईजेशन के बाद अब यह तय हो गया है कि कौन सी ईवीएम किस विधानसभा क्षेत्र में प्रयुक्त होगी। अगले रेण्डमाईजेशन में मतदान केन्द्रवार ईवीएम का निर्धारण होगा। प्रथम चरण के रेण्डमाईजेशन में जिले के हर विधानसभा क्षेत्र के कुल मतदान केन्द्रों से 20-20 प्रतिशत अधिक बैलेट व कंट्रोल यूनिट और 30 प्रतिशत अधिक वीवीपैट का रेण्डमाईजेशन किया गया है।

उल्लेखनीय है कि जिले के सभी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के लिए कुल 1988 बैलेट यूनिट, इतनी ही कंट्रोल यूनिट और 2153 वीवीपेट का निर्धारण प्रथम रेण्डमाइजेशन में हुआ है। इनमें से विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र ग्वालियर ग्रामीण को 321-321 बैलेट व कंट्रोल यूनिट एवं 348 वीवीपेट मिले हैं। इसी तरह विधानसभा क्षेत्र ग्वालियर को 362-362 बैलेट व कंट्रोल यूनिट एवं 392 वीवीपेट, विधानसभा क्षेत्र ग्वालियर पूर्व को 382-382 बैलेट व कंट्रोल यूनिट एवं 414 वीवीपेट, विधानसभा क्षेत्र ग्वालियर दक्षिण को 298-298 बैलेट व कंट्रोल यूनिट एवं 323 वीवीपेट, विधानसभा क्षेत्र भितरवार को 319-319 बैलेट व कंट्रोल यूनिट एवं 345 वीवीपेट एवं विधानसभा क्षेत्र डबरा (अजा) को 306-306 बैलेट व कंट्रोल यूनिट एवं 331 वीवीपेट का निर्धारण रेण्डमाइजेशन के बाद हुआ हैं।

इस विधानसभा में इतने मतदान केन्द्र

विधानसभा मतदान केन्द्र

ग्वालियर ग्रामीण 268

ग्वालियर 302

ग्वालियर पूर्व 319

ग्वालियर दक्षिण 249

भितरवार 266

डबरा (अजा) 255

विधानसभा क्षेत्रवार स्ट्रांग रूम में रखी जाएंगी ईवीएम व वीवीपेट

रेण्डमाइजेशन की कार्यवाही पूर्ण होने बाद जिला निर्वाचन अधिकारी रुचिका चौहान मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ कलेक्ट्रेट परिसर में स्थित ईवीएम वेयर हाउस पहुंचीं। राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में उन्होंने वेयर हाउस एवं यहां विधानसभा क्षेत्रवार बनाए गए ईवीएम स्ट्रांग रूम के ताले खुलवाए। साथ ही जानकारी दी रेण्डमाइजेशन द्वारा विधानसभा क्षेत्रवार निर्धारित ईवीएम व वीवीपेट अलग-अलग स्ट्रांग रूम में रखीं जाएंगी। इस प्रक्रिया के दौरान मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों के प्रतिनिधिगण मौजूद रह सकते हैं। उन्होंने कहा कि स्ट्रांग रूम खोलने व बंद किए जाने के दौरान राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी सुनिश्चित की जाएगी।

पेड न्यूज पर निगरानी रखने एमसीएमसी गठित

चुनाव के दौरान प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रोनिक मीडिया एवं सोशल मीडिया पर प्रकाशित व प्रसारित होने वाली पेड न्यूज पर नजर रखने एवं अनुश्रवण के लिए जिला स्तरीय एमसीएमसी (मीडिया सर्टिफेशन एण्ड मॉनीटरिंग कमेटी) का गठन किया गया है। यह कमेटी कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्रीमती चौहान की अध्यक्षता में गठित की गई है।

एमसीएमसी में अनुविभागीय अधिकारी राजस्व एवं सहायक रिटार्निंग अधिकारी अतुल सिंह, वरिष्ठ पत्रकार विनय अग्रवाल, प्रदीप मांढरे व राज दुबे, उप संचालक जनसंपर्क मधु सोलापुरकर, आकाश वाणी के केन्द्र निदेशक सोहन सिंह, एपीआरओ हितेन्द्र सिंह भदौरिया व सोशल मीडिया हैंडलर गौरव जैन को बतौर सदस्य शामिल किया गया है। उप संचालक जनसंपर्क सोलापुरकर समिति के सचिव का दायित्व भी निभाएंगे।

आयोग के दिशा निर्देशों का कड़ाई से पालन हो: संभागीय आयुक्त डॉ. खाड़े

निर्वाचन आयोग द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों का समय पर और कड़ाई से पालन हो यह सुनिश्चित किया जाए। यह बात संभागीय आयुक्त डॉ. सुदाम खाड़े ने गुरूवार को ग्वालियर संभाग में लोकसभा निर्वाचन की तैयारियों की समीक्षा बैठक में कही। डॉ. खाड़े संभाग के निर्देश दिए है कि निर्वाचन के दौरान कलेक्ट्रेट एवं पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर कंट्रोल रूम पर प्राप्त होने वाली शिकायतों का निराकरण प्राभावी रूप से हो। सभी जिलों में सेक्टर मजिस्ट्रेट व पुलिस अधिकारी अपने अपने क्षेत्र का नियमित भ्रमण करें। साथ निर्वाचन की व्यवस्थाओं के लिए सभी आवश्यक कार्यवाहियां सुनिश्चित करें। संभाग आयुक्त जिला कलेक्टरों से यह भी कहा कि अपने अपने जिलों में सभी मतदान केन्द्रों पर 100 मीटर के दायरा को पेंट से अंकित भी कराएं। मतदान दलों को मतदान केन्द्रों पर किसी भी प्रकार की परेशानी न हो यह भी सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने गर्मी के मौसम को देखते हुए सभी मतदान केन्द्रों पर पेयजल की पुख्ता व्यवस्था करने की भी बात कही। साथ ही कहा कि पेयजल वितरण के लिए नामजद कर्मचारी को तैनात किया जाए, ताकि उसकी जबावदेही तय हो सके। जिन जिलो की सीमाएं अन्य प्रदेशों से लगती है वहां पर इंटर स्टेट नाकों की स्थापना और अन्य जिले की सीमा पर नाकों की व्यवस्था कर प्रभावी कार्रवाई भी की जाए। वहीं पुलिस महानिरीक्षक अरविन्द सक्सेना ने बैठक में कहा कि सभी जिलों में प्रतिबंधात्मक कार्रवाई प्रभावी रूप से की जाए। इसके साथ शत् प्रतिशत शस्त्र लायसेंस भी जमा कराएं जाएं।

पेयजल प्रबंधन पर दें विशेष ध्यान

संभागीय आयुक्त डॉ. सुदाम खाड़े ने बैठक में कहा है कि निर्वाचन के साथ साथ गर्मी के मौसम को देखते हुए सभी जिलों में पेयजल वितरण के कार्यों को सर्वोच्च प्रथामिकता के साथ किया जाए। शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्र मे पेयजल वितरण के लिए आपदा प्रबंधन के सबंध में जिला कलेक्टर एवं सीईओ जिला पंचायत बैठक आयोजित कर सभी आवश्यक तैयारियां पूर्ण करें।


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