कोरोना पर त्यौहारी उत्साह भारी, डेढ़ गुना किराए के बावजूद ट्रेनों में जगह नहीं -
दीपावली के आसपास ट्रेनों में भूल जाइये कन्फर्म टिकट
ग्वालियर, न.सं.। कोरोना महामारी के बीच त्यौहारी समय का उत्साह लोगों के बीच साफ नजर आ रहा है। ग्वालियर से होकर विभिन्न राज्यों तक दौड़ रहीं ट्रेनों को देखा जाए तो पाएंगे कि डेढ़ गुना किराए के बावजूद भीड़ कम नहीं है। ट्रेनों में यात्रियों के लिए जगह नहीं है। त्यौहारी स्पेशल ट्रेनों के चलने के बाद भी यात्रियों को टिकट नहीं मिल पा रहे। ज्यादातर ट्रेनें फुल हैं। अब ट्रेनों में जगह न होने की यह स्थिति कोरोना-लॉकडाउन के उन दिनों के बिल्कुल उलट है, जब सबकुछ बंद होने के चलते मार्च से जून के बीच होने वाली शादियां भी टल गईं थी। अब अनलॉक में ढील मिलने के बाद नवंबर और दिसंबर में बड़े पैमाने पर शादियां होंगी। इसके साथ ही नवंबर में दिवाली और बिहार, पूर्वांचल का सबसे बड़ा पर्व छठ पूजा भी है। ऐसे में लाखों लोग अपने गांव-कस्बों का रुख करने लगे हैं। हजारों लोग वोट डालने की खातिर पर बिहार पहुंच रहे हैं।
वहीं दीपावली पर अपने-अपने घर पहुंचने के लिए लोगों में मारामारी मची है। जिन समझदार लोगों ने यात्रा के लिए पहले ही आरक्षण करा लिए थे वह तो सुखी हैं, परंतु अब आरक्षण कराने जा रहे लोग परेशान हैं। दरअसल ग्वालियर से गुजरने वाली लंबी दूरी की अधिकांश ट्रेनों में कन्फर्म बर्थ नहीं मिल रही है। केरला, मंगला, स्वर्ण जयंती, समता, जीटी, तमिलनाडु सहित अधिकांश ट्रेनों में दीपावली के आसपास जगह नहीं है। हाल में रेलवे द्वारा चलाई गई त्यौहार स्पेशल ट्रेनों में तो पैर रखने की भी जगह नहीं है। एक आरक्षण करने वाले बाबू ने बताया कि कोरोना काल में लोग संक्रमण से अब नहीं डर रहे हैं। उन्हें दीपावली पर अपने पैतृक घर जाना ही है। इस वजह से ट्रेनों में कन्फर्म सीट का टोटा हो गया है।
इन ट्रेनों में चल रही है मारामारी
-केरला एक्सप्रेस— 60 से अधिक प्रतीक्षा सूची
-मंगला एक्सप्रेस— 70 से अधिक प्रतीक्षा सूची
-तमिलनाडु एक्सप्रेस— 100 से अधिक प्रतीक्षा सूची
-समता एक्सप्रेस— 80 से अधिक प्रतीक्षा सूची
-जीटी एक्सप्रेस——- 110 से अधिक प्रतीक्षा सूची