थीम रोड को मात देगी गांधी रोड, दिखेगी विरासत की झलक
10 करोड़ रुपए की लागत से बन रही रोड पर फुटपाथ के अलवा बन रहा वॉकिंग ट्रैक
ग्वालियर,न.सं.। शहर की वीआईपी सडक़ों में शामिल गांधी रोड को 10 करोड़ रुपए की लागत से थीम रोड के तौर पर विकसित किया जा रहा है। लेकिन इसमें सबसे बड़ी बात यह है कि यह रोड थीम रोड को भी मात देगी। क्योंकि शहर में इस तरह की रोड पहली बार बनाई जा रही है। नगर निगम के इंजीनियरों ने इसके लिए जयपुर और दिल्ली की कुछ सडक़ों को देखने के बाद डिजाइन बनाया था। जिस पर काम भी शुरु कर दिया गया है। शुरूआती डिजाइन के अनुसार इस रोड पर साइकिल ट्रैक, वाकिंग ट्रैक, फुटपाथ के अलावा लैंडस्केपिंग बनाई जाएगी। इनके अलावा सडक़ किनारे म्यूरल भी तैयार किए जाएंगे।
इतना ही नहीं यहां सिर्फ स्टोन कार्विंग के जरिए पत्थर पर ग्वालियर किला, सूर्य मंदिर, चौसठ योगिनी मंदिर, सहस्रबाहु मंदिर आदि पुरा संपदाओं को उकेरकर फसाड लाइटिंग की जाएगी। निगम अधिकारियों की योजना है कि वर्तमान में मौजूद हरियाली को पहले सुरक्षित किया जा रहा है। इसके बाद ड्रेनेज सिस्टम में सुधार के लिए यहां पर अगल से कार्य किया जाएगा। यहां बता दे कि यह शहर की सबसे महत्वपूर्ण रोड इसलिए भी है, क्योंकि इसके दोनों तरफ न्यायाधीश से लेकर राजनेताओं, आइएएस और आइपीएस अधिकारियों के सरकारी बंगले बने हुए हैं।
99 प्रतिशत मजबूत उपकरण लगेंगे
इस रोड पर ऐसे उपकरण लगाएं जाएंगे जो 99 प्रतिशत मजबूत होंगे। जिन्हें असामाजिक तत्व नुकसान न कर सकें। साइकिल ट्रैक को सुधारने के साथ ही सडक़ का डामरीकरण कार्य भी शामिल किया जाएगा। हालांकि 10 करोड़ के बजट में यह काम होना संभव नहीं है, इसके चलते आवश्यकता पडऩे पर नगर निगम द्वारा अपने मद से भी राशि खर्च की जाएगी।
शहर की सबसे आदर्श रोड होगी
नगर निगम द्वारा जिस तरह इस रोड को तैयार किया जा रहा है उस हिसाब से यह रोड शहर की सबसे आदर्श रोड कहलाएगी। इस रोड को म्यूजिक ऑफ सिटी की तर्ज पर भी तैयार किया जाएगा।
पत्थर का काम भी किया जाएगा
ग्वालियर की ऐतिहासिक इमारतें भी ग्वालियर स्टोन से बनी हैं। ऐसे में यहां हेरिटेज का लुक लाने के लिए पत्थर का काम कराया जाएगा। इसके लिए आठ इंच मोटी पत्थर की जालियों से थ्रीडी डिजाइन तैयार कराए जाएंगे। ये जालियां कुछ इस प्रकार लगाई जाएंगी कि देखने पर इनमें आकृतियां नजर आएं। इन पत्थरों की मोटाई को ज्यादा रखा जाएगा, ताकि ये आसानी से टूट न सकें और असामाजिक तत्व भी इनको नुकसान न पहुंचा सकें।
छह महीने में बनकर होगी तैयार
अधिकारियों की माने तो इस रोड को छह महीने के अंदर तैयार कर लिया जाएगा। यहां पर आने वाले लोगों को परेशानी न हो इसके लिए इस रोड पर शौचालय भी बनाने की योजना है। बताया जा रहा है कि निर्माण सामग्री आना शुरु हो गई है इसीलिए अब इस रोड का काम तेजी से गुणवत्ता के साथ किया जा रहा है।
और इधर फॉल्ट पकडऩे के लिए आई 60 लाख की मशीन
स्मार्ट सिटी कार्पोरेशन ने थीम रोड और राजपायगा रोड पर स्मार्ट रोड परियोजना के अंतर्गत बिजली के तारों को अंडरग्राउंड करने का काम किया है। इसके लिए सीमेंटेड डक्ट बनाकर इसमें बिजली के तारों को जमीन के अंदर बिछाया गया है।
ऐसे में अगर इन लाइन में फॉल्ट होता है तो उसे पकडऩे के लिए मशीन ग्वालियर आ गई है। जिसकी लागत 60 लाख रूपए बताई गई है।
इनका कहना है
स्मार्ट सिटी के कुछ कार्यों को अब नगर निगम करेगा। इसमें गांधी रोड को संवारने और सुंदर बनाने का काम भी शामिल है। इसके लिए फिलहाल 10 करोड़ रुपये का बजट तय किया गया है। इसमें साइकिल ट्रैक, फुटपाथ और लैंडस्केपिंग आदि कार्य कराए जाएंगे।
हर्ष सिंह
निगमायुक्त