कांग्रेस की साधारण सभा आज उठाएंगे शिकायतें
दो सीटें क्यों हारे होगा मंथन;
ग्वालियर। शहर की तीन में से दो सीटें हारी कांग्रेस में मंथन का दौर है। इस सिलसिले में शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र शर्मा ने 8 दिसंबर शुक्रवार को दोपहर 3 बजे साधारण सभा की बैठक बुलाई है। जिसमें प्रत्याशियों, समर्थकों एवं अन्य कांग्रेसियों द्वारा शिकायतें उठाए जाने की संभावना है।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने शहर की तीनों सीटें ग्वालियर पूर्व, ग्वालियर दक्षिण एवं ग्वालियर विधानसभा जीती थीं। लेकिन इस चुनाव में उसके हाथों से ग्वालियर और ग्वालियर दक्षिण सीटें निकल गई है सिर्फ ग्वालियर पूर्व ही हाथ लगी है। इसीलिए ग्वालियर और ग्वालियर दक्षिण में कांग्रेस प्रत्याशियों के लिए काम न करते हुए भितरघात करने वालों की तलाश हो रही है। वैसे इस सिलसिले में दो रोज पहले कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ द्वारा भोपाल में बैठक बुलाई जा चुकी है। हालांकि इस बारे में दोनों प्रत्याशी प्रवीण पाठक और सुनील शर्मा का कहना है कि उनकी ओर से किसी की शिकायत नहीं की गई है। इसी तरह कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र शर्मा का भी कहना है कि उनसे अभी तक पराजित प्रत्याशियों ने किसी की कोई शिकायत नहीं की है। फिर भी साधारण सभा में कांग्रेस नेता अपनी भड़ास निकालने से नहीं चूकेंग। वे जिला कांग्रेस पर भी यह कहकर निशाना साध सकते हैं कि आखिर चुनाव संचालन समिति क्यों नहीं बनाई गई ? जिला पदाधिकारी को कार्यों का बंटवारा क्यों नहीं किया गया ? इसलिए बैठक में हंगामा भी हो सकता है।
इनका कहना
कांग्रेस के हाथों से शहर की दो सीटें निकाल गई है, इसे लेकर साधारण सभा की बैठक 8 दिसंबर को बुलाई गई है। यहां तक हार जीत की बात है तो प्रशासन ने भाजपा की कठपुतली बनकर काम किया। बैठक में कार्यकर्ता अपने मन की बात रखेंगे तभी उनमें लोकसभा के लिए जोश आएगा। वैसे मुझसे अभी तक हारे प्रत्याशियों ने कोई शिकायत नहीं की है।
डॉ देवेंद्र शर्मा
अध्यक्ष शहर जिला कांग्रेस
हमने इस चुनाव में भाजपा की बढ़त कम की है। धनबल और ईवीएम में गड़बड़ी के जरिए चुनाव जीता गया है। वैसे हमने 21 वार्डों में से पांच वार्ड 1,10,14,15, 31 में जीत दर्ज की और तीन वार्डों में बराबर रहे।
सुनील शर्मा
पराजित प्रत्याशी
ग्वालियर विधानसभा
कांग्रेस के लिए भारी पड़ा वार्ड 52
यदि ग्वालियर दक्षिण विधानसभा की बात की जाए तो कांग्रेस ने भले ही वार्ड 55 से बड़ी बढ़त हासिल की लेकिन वार्ड 52 की हार ने उनकी टीस बढ़ा दी। चूंकि वार्ड 52 से नगर निगम चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी विजयी हुईं थीं इसलिए माना जा रहा था कि इस बार भी कांग्रेस बढ़त लेगी, लेकिन यहां से 2482 मतों की हार ने नारायण सिंह कुशवाहा की जीत का मार्ग प्रशस्त किया। भाजपा ने वार्ड 47 में 380,50 में 359,42 में 245,43 में 360 मतों की बढ़त हासिल की।