बढीं प्रत्याशियों के दिल की धडक़न, दो दिन बाद बन जाएगी नगर सरकार

Update: 2022-07-15 07:00 GMT

ग्वालियर। नगर सरकार बनने में अब मात्र दो दिन शेष हैं, यानी कि रविवार 17 जुलाई को दोपहर तक तस्वीर साफ हो चुकी होगी कि महापौर कौन बनेगा और 66 वार्डों में मिनी विधायक कौन चुना जाएगा। 6 जुलाई को मतदान के बाद 8 दिन गुजरते गुजरते प्रत्याशियों के दिलों की धडक़नें बढ़ती जा रही है। इस दौरान महापौर एवं पार्षद पदों के प्रत्याशियों ने अपनी जीत के लिए मंदिरों में खूब मत्था टेका। साथ ही 17 जुलाई को मतगणना वाले दिन के लिए नेताओं एवं मतगणना अभिकर्ताओं के साथ बैठक की।

उल्लेखनीय है कि गवालियर महापौर बनने के लिए 7 प्रत्याशी मैदान में हैं जिसमें सीधा मुकाबला भारतीय जनता पार्टी की सुमन शर्मा का कांग्रेस की डॉ शोभा सिकरवार से है। कांग्रेस छोडक़र आप में शामिल हुई डॉ रुचि गुप्ता ने भी इस चुनाव में खूब मेहनत की है। 10 लाख 68 हजार मतदाताओं में से 49.3 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मतदान का प्रयोग किया, जो पिछले चुनाव की तुलना में 8 प्रतिशत कम है। वह भी तब जबकि इस चुनाव में 2 लाख से भी अधिक मतदाता बढ़ गए हैं। इसीलिए कम मत प्रतिशत के कारण प्रत्याशियों के चेहरों पर चिंता की लकीरें देखने को मिली कि किसका वोट बैंक घर से नहीं निकला। भाजपा ने अपनी सक्रिय कार्यकर्ता सुमन शर्मा को मैदान में उतारा और उनके लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर एवं ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा, सांसद विवेक शेजवलकर सहित कई बड़े नेताओं ने प्रचार अभियान में हिस्सा लिया। वहीं कांग्रेस से पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ फूलबाग पर सभा लेने आए। इस तरह भाजपा की महापौर प्रत्याशी की ओर से संगठन सक्रिय रहा, वहीं शोभा सिकरवार के लिए उनके परिवार ने पूरी ताकत झोंकी।

रूचि को मिलेंगे आठ हजार वोट

भाजपा के जिला महामंत्री विनोद शर्मा का कहना है कि भाजपा की महापौर प्रत्याशी सुमन शर्मा लगभग 40 से 50 हजार मतों से विजयी होंगी। कम मत प्रतिशत का प्रभाव भाजपा पर नहीं पड़ रहा। जहां तक आप की प्रत्याशी रूचि ठाकुर का सवाल है तो उन्हें पांच से आठ हजार मत मिलेंगे। यह मत हमारे नहीं कांग्रेस के कटेंगे।

निर्विवाद रहा चुनाव अभियान

खास बात यह रही कि लगभग 20 दिन के प्रचार अभियान और 6 जुलाई को मतदान वाले दिन तक ग्वालियर में किसी तरह की अप्रिय घटना नहीं हुई। प्रचार अभियान में भी कहीं कोई विवाद देखने को नहीं मिला सिर्फ भाषणों में ही एक दूसरे दलों और नेताओं के खिलाफ जुबानी तीर छोड़े गए। इस दृष्टि से यह चुनाव निर्विवादित ही माना जाएगा।

क्या कहते हैं महापौर प्रत्याशी

मतदान के बाद आठ दिन पार्टी नेताओं एवं कार्यकर्ताओं से चर्चा करती रही। इस दौरान रोजाना की तरह घर में पूजा अर्चना और मंदिरों के दर्शन किए। गुरु पूर्णिमा के दिन में बाहर रही। मुझे पार्टी ने टिकट दिया यह मेरे लिए ईश्वरीय कृत्य रहा।

सुमन शर्मा

महापौर प्रत्याशी

भाजपा

मतदान के अगले ही दिन मांढरे की माता और अन्य मंदिरों के दर्शन किए। पति डॉ सतीश सिंह सिकरवार ने मथुरा, खाटू श्याम सहित कई मंदिरों के दर्शन किए। हम कार्यकर्ताओं के बल पर निश्चित ही चुनाव जीतेंगे।कम मत प्रतिशत का भी हमें लाभ मिल रहा है।

डॉ शोभा सिकरवार

महापौर प्रत्याशी कांग्रेस

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