ग्वालियर कलेक्टर सुबह-सुबह पहुंचे थाने, परीक्षा केन्द्रों तक प्रश्न-पत्र पहुँचाने की प्रक्रिया का किया निरीक्षण
बोर्ड परीक्षाओं को सुचिता के साथ सम्पन्न कराने के लिए सुबह से ही थानों व केन्द्रों पर पहुँच रहे हैं जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी
ग्वालियर। ग्वालियर समेत पूरे प्रदेश में आज से बारहवीं की बोर्ड परीक्षा शुरू हो गई है। बोर्ड परीक्षाओं को सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए ग्वालियर कलेक्टर समेत पूरा प्रशासन मुस्तैदी से जुटा हुआ है। इसी कड़ी में में आज सुबह मंगलवार को कलेक्टर अक्षय कुमार सिंहमुँह अंधेरे घर से निकले और विभिन्न पुलिस थानों पर पहुँचकर थानों से परीक्षा केन्द्र तक प्रश्न-पत्र पहुँचाने की प्रक्रिया का बारीकी से जायजा लिया।
थानों में कलेक्टर सिंह ने सीसीटीव्ही फुटेज देखे। साथ ही यह भी देखा कि माध्यमिक शिक्षा मण्डल द्वारा निर्धारित एप पर कलेक्टर प्रतिनिधि थाने और परीक्षा केन्द्र पर सेल्फी अपलोड कर रहे हैं कि नहीं। पुलिस थानों के निरीक्षण के बाद वे उन परीक्षा केन्द्रों पर भी पहुँचे जहाँ के लिये इन थानों से प्रश्न-पत्र ले जाए गए । कलेक्टर सिंह ने पुलिस थाना पड़ाव व इंदरगंज का निरीक्षण कर प्रश्न-पत्र के बॉक्स खोलने व पैकेट प्रदाय करने की प्रक्रिया देखी। साथ ही सेंट पॉल स्कूल, जीवाजी राव उमावि, सनातन धर्म स्कूल एवं शासकीय उमावि कन्या शिंदे की छावनी परीक्षा केन्द्रों में जाकर प्रश्न-पत्र पहुँचने का सत्यापन किया।
कलेक्टर सिंह ने इस अवसर पर केन्द्राध्यक्षों, कलेक्टर प्रतिनिधियों और पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि माध्यमिक शिक्षा मण्डल के दिशा-निर्देशों का अक्षरश: पालन करते हुए प्रश्न-पत्र पुलिस थाने से परीक्षा केन्द्र तक पहुँचें। इसमें जरा सी भी ढ़िलाई न हो। थाने से प्रश्न-पत्र के पैकेट प्रदान करने का ब्यौरा पंजी में तिथि, समय व हस्ताक्षर सहित दर्ज किया जाए। कलेक्टर प्रतिनिधि थाने में पहुँचकर सेल्फी लें और उसे एप पर अपलोड करें। इसी तरह परीक्षा केन्द्र पर पहुँचने के बाद भी सेल्फी लेकर अपलोड की जाए। भ्रमण के दौरान डीपीसी श्री रविन्द्र सिंह तोमर सहित अन्य संबंधित अधिकारी उनके साथ थे।
बच्चों को किया प्रोत्साहित, कहा आत्मविश्वास के साथ हल करें प्रश्न-पत्र
कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह ने परीक्षा केन्द्रों के निरीक्षण के दौरान विद्यार्थियों को भी प्रोत्साहित किया। उन्होंने लगभग 8 बजे परीक्षा देने आए विद्यार्थियों के बीच खड़े होकर ग्रुप फोटो खिंचवाई और प्रोत्साहित करते हुए बच्चों से कहा कि परीक्षा को लेकर मन में डर न बैठाएँ। आत्मविश्वास व सुकून के साथ अपना प्रश्न-पत्र हल करें। असल में जिंदगी भी एक परीक्षा है। मनुष्य को जीवन में कई प्रकार की परीक्षाएँ देनी पड़ती हैं। इसलिए परीक्षाओं को चुनौती के रूप में लें और यदि कभी असफलता हाथ लगे तो परेशान न हों, इसे सबक के रूप में लें और उस कारण को खोजें, जिसकी वजह से असफलता मिली थी। इस तरह हम आगे बढ़ेंगे तो जिंदगी जरूर बेहतर बनेगी।