ग्वालियर में डेंगू का कहर 1000 से अधिक पीड़ित

शहरवासी भयभीत, एक ही दिन में हुई 400 संदिग्ध मरीजों की जांचें

Update: 2018-10-28 09:29 GMT

ग्वालियर। डेंगू ने इस सीजन में पिछले 25 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। मलेरिया विभाग व नगर निगम की लापरवाही के कारण डेंगू ने विकराल रूप ले लिया है। इस माह प्रतिदिन डेंगू के लगातार संदिग्ध मरीज सामने आ रहे हैं। लेकिन शनिवार को हुई संदिग्ध मरीजों की जांच रिपोर्ट में डेंगू का 25 वर्षों का ही रिकॉर्ड तोड़ दिया। गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में शनिवार को एक साथ 400 डेंगू के संदिग्ध मरीजों की जांच की गई। इतना ही नहीं जांच रिपोर्ट में 192 मरीजों को डेंगू पॉजिटिव आया है। माइक्रोबायोलॉजी विभाग के चिकित्सकों की माने तो आज दिन तक न तो एक साथ इतने संदिग्ध मरीजों की जांच की गई और न ही इतनी बड़ी संख्या में एक साथ मरीज सामने आए हैं। माइक्रोबॉयोलाजी विभाग की शुरूआत महाविद्यालय में वर्ष 1992 में हुई थी। लेकिन जब से लेकर अब तक विभाग में एक साथ एक ही दिन में इतनी बड़ी संख्या में संदिग्ध मरीजों की जांच ही नहीं की गई। इतना ही नहीं जांच रिपोर्ट में अकेले ग्वालियर से ही 110 मरीज शामिल है। जिसके चलते अब डेंगू के पॉजिटिव मरीजों की संख्या 676 पर पहुंच गई है। इतना ही नहीं शहर के निजी पैथोलॉजी सेन्टरों की जांच के आंकड़े भी अगर जोड़ दिए जाएं तो अब तक डेंगू के मरीजों की संख्या करीब 1000 के पार पहुंच चुकी है। लेकिन मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मृदुल  सक्सेना की उदासीनता के चलते निजी लैब के सैंपलों की गिनती नहीं हो पा रही है। क्योंकि प्राइवेट लैब डेंगू के मरीजों की जानकारी सीएमएचओ कार्यालय में भेज ही नहीं रहे हैं।

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