श्रावण मास का पहला सोमवार आज, ग्वालियर में सजकर तैयार हुए शिवालय
ज्योतिषाचार्य सतीश सोनी ने कहा कि पूरे सावन मास में भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए कई प्रकार के अनुष्ठान कर सकते हैं।
ग्वालियर, न.सं.। श्रावण मास का पहला सोमवार आज है। शहर के प्रमुख शिव मंदिरों में शामिल श्री अचलेश्वर महादेव मंदिर, कोटेश्वर, मार्कण्डेश्वर, हजारेश्वर, गुप्तेश्वर मंदिर सजकर तैयार हो गए हैं। इन मंदिरों पर भक्तों की जबरदस्त भीड़ होने वाली है। वहीं मंदिर के आसपास प्रसाद और बेल पत्र आदि की दुकानें भी सजकर तैयार हो गई हैं। ज्योतिषाचार्य डॉ. हुकुमचंद जैन ने बताया कि पंचक के साथ इस बार के श्रावण सोमवार शुरु होंगे। पंचक 6 जुलाई से प्रारंभ हुए थे जो सावन के पहले सोमवार 10 जुलाई की शाम को 06:59 बजे तक रहेंगे। ज्योतिषाचार्य ने बताया कि इस बार सावन में कुल 8 सोमवार हैं। पहला 10 जुलाई, दूसरा 17, तीसरा 24, चौथा 31, पांचवा 7 अगस्त, छठा 14, सातवां 21 अगस्त, आठवां 28 अगस्त को है।
अस्पताल रोड़ से निकलेगा यातायात:-
यातायात डीएसपी नरेश अन्नौटिया ने बताया कि श्री अचलेश्वर महादेव मंदिर से जाने वाले यातायात को अस्पताल रोड़ से निकाला जाएगा। वाहनों की पार्किंग अस्पताल रोड, ललितपुर कॉलोनी, उत्सव वाटिका में होगी। भक्तों को पैदल चलकर मंदिर तक जाना होगा।
सावन का पहला सोमवार ग्रहों के दुष्प्रभावों का नाश करता है:-
ज्योतिषाचार्य सतीश सोनी ने कहा कि पूरे सावन मास में भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए कई प्रकार के अनुष्ठान कर सकते हैं। इस दिन उपवास करने से भगवान भी प्रसन्न होते हैं। सोमवार को भगवान भोलेनाथ की, की गई पूजा से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। वही कुंवारी कन्या अच्छे वर की प्राप्ति के लिए इस व्रत को कर सकती हैं।
रामलला मंदिर में होगा अभिषेक:-
फालका बाजार स्थित रामलला मंदिर में सोमवार को दोपहर 12 बजे भगवान का रूद्राभिषेक किया जाएगा। नूतन श्रीवास्तव ने बताया कि रुद्राभिषेक का कार्यक्रम भागवताचार्य पंडित घनश्याम दास शास्त्री द्वारा कराया जाएगा।
जनकल्याण समृद्धि के लिए चित्रांशों ने किया लाल टीपारा में पूजन:-
चित्रांश वेलफेयर आर्गेनाईजेशन के पदाधिकारियों द्वारा लाल टिपारा में नंदी महाराज का पूजन किया। इसके साथ ही अच्छी बारिश, अच्छी फसल और रोगों के निदान हेतु प्रार्थना की गई। इस मौके पर आर्गेनाईजेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्याम श्रीवास्तव, संत ऋषभ आनंद महाराज, संत अचुत्यानन्द महाराज, संत ऋषभानन्द महाराज अमन श्रीवास्तव, दीपक श्रीवास्तव, अंकुर श्रीवास्तव, दीपक तोमर आदि उपस्थित थे।