9वां राष्ट्रीय हथकरघा दिवसः ग्वालियर में 150 साल से चल रहा हैंडलूम, बुनकरों की कारीगरी को विदेश में मिल रही पहचान
9वा राष्ट्रीय हथकरघा दिवस के अवसर पर ग्वालियर बिरलानगर हैंडलूम व्यापारी अक्षत भारद्वाज ने बताया भारत की अपेक्षा विदेशों में काफी डिमांड बढ़ रही है।
ग्वालियर। ग्वालियर में हथकरघा का काम 150 साल से चल रहा है इतिहास में भी बुनकरों ने अपने काम से खूब पहचान अपने नाम की है। 9वां राष्ट्रीय हथकरघा दिवस के अवसर पर ग्वालियर के हथकरघा कारीगरों से बात कर उनके अनुभवों को जाना है। जिनकी कई पीड़ी हाथ से ड्रेसेस,कारपेट,चादर आदि बनाने का कार्य कर रही हैं। जिन्हें विदेशों की एग्जीबिशन में भी पहचान मिल चुकी है। लेकिन समय के साथ हथकरघा उद्योग में भी कमी आ रही हैं इसलिए इसकी डिमांड को बढ़ाने के लिए लोगों की पसंद को समझकर आधुनिकीकरण किया जा रहा है।
श्रीलंका सहित अन्य देशो में जा रही हैंडलूम कुर्तियां-
ग्वालियर बिरलानगर हैंडलूम व्यापारी अक्षत भारद्वाज ने बताया कि हथकरघा उद्योग में कमी तो आई है लेकिन भारत की अपेक्षा विदेशों में काफी डिमांड बढ़ रही है। स्वदेशी आंदोलन के साथ शुरू हुआ था लेकिन आज विदेशी इसको अपना ने लगे हैं। हथकरघा उद्योग को बढ़ावा देने के लिए मार्केट डिमांड पर काम करना शुरू कर दिया है। जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग जुड़ सके। लोगों की पसंद बनाने के लिए डिजाइनर्स को भी जोड़ रहे हैं। ग्वालियर की हैंडलूम कुर्तियां और ड्रेसेज की डिमांड देश-विदेश में हो रही है। श्रीलंका सहित अन्य देशो से भी आर्डर मिले रहे हैं|
हथकरघा मटेरियल की विशेषता-
शुद्व जैविक सामग्री से बनकर तैयार किए जाते हैं। जो शरीर को किसी भी तरह के इन्फेक्शन होने से भी बचाता है| हाथ से बनने की वजह से ये सामान्य कीमतों से काफी महंगा होता है | प्राक्रतिक रंगों का उपयोग किया जाता है | इसकी तासीर सर्दी में गर्म और गर्मी में ठंडा रहता है| इसलिए पुलिस या आर्मी के लिए इसी कपडे का उपयोग किया जाता था|
स्वदेशी आंदोलन से हुई शुरूआत-
हथकरघा की शुरूआत 1905 के बंगाल विभाजन की घोषणा के साथ ही हो गई थी। कोलकाता के टाउनहॉल में एक महा जनसभा से स्वदेशी आंदोलन की शुरूआत हुई थी। इसके बाद से ही हर साल 7 अगस्त को राष्ट्रीय हथकरघा दिवस मनाया जाता है।
ग्वालियर में हैंडलूम उद्योग में आई कमी-
-50 लूम अभी संचालित,10 साल पहले 280 थे
-150 बुनकर हैंडलूम से जुड़े हैं, पहले 825 थे
-100 डिजाइनर कर रहे हैं काम, पहले 25 थे