ग्वालियर अस्पताल में प्रसव के नाम पर हो रही अवैध वसूली, CMHO के निरीक्षण में हुआ खुलासा
शासनसुविधाएं उपलब्ध करा रहा है, आप लोग पैसा वसूल रहे हैं
ग्वालियर। शासन गरीबों को बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करा रहा है, लेकिन आप लोग आमजन के साथ पैसा वसूल रहे हैं, आप स्वास्थ्य कार्यक्रमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। यह फटकार मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आर.के. राजौरिया ने मुरार प्रसूति गृह के स्टाफ के प्रति व्यक्त की।
शासन द्वारा गरीब मरीजों को नि:शुल्क व बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए भले ही करोड़ों का वजट खर्च किया जा रहा है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग में पदस्थ भ्रष्ट कर्मचारी व अधिकारी बेखौफ होकर अपनी जेब भरने में लगे हुए हैं। जिसका खुलासा खुद मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के औचक निरीक्षण में हुआ है।
सीएमएचओ डॉ. आर.के. राजौरिया शुक्रवार की सुबह 11 बजे मुरार जिला अस्पताल के प्रसूति गृह का औचक निरीक्षण करने पहुंचे। निरीक्षण के दौरान जब सीएमएचओ डॉ. राजौरिया ने भर्ती महिलाओं से स्वास्थ्य सुविधाओं के बारे में पूछा तो पहले तो महिलाएं कुछ नहीं बोली। लेकिन जब सीएमएचओ ने वार्ड में मौजूद नर्सों को बाहर जाने के लिए कहा तो महिलाओं ने शिकायतों को पिटारा खोल दिया। वार्ड में भर्ती अधिकांश महिलाओं व उनके परिजनों ने बताया कि स्टाफ द्वारा प्रसव कराने के और प्रसव के बाद लेवर रुम से बच्चा देने के बदले
500 से 1100 तक लिए जाते हैं। इतना ही नहीं कुछ महिलाओं के परिजनों ने यह तक कहा कि प्रसूति गृह में ऑपरेशन के लिए दो से चार हजार तक वसूले जाते हैं। यह सुन सीएमएचओ डॉ. राजौरिया आग-बबूला हो गए और स्टाफ को फटकार लगाते हुए कहा कि गरीबों से इस तरह से पैसा लेना अमानवीय कृत्य है में कठोर कार्यवाही करूंगा। शासन गरीबों को बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करा रहा है, लेकिन आप लोग आमजन के साथ अमानवीय व्यवहार व पैसा वसूल रहे हैं, आप स्वास्थ्य कार्यक्रमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। इतना ही नहीं सीएमएचओ ने सिविल सर्जन डॉ.आर.के. शर्मा के प्रति भी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि यह अमानवीय कृत्य बंद कराएं और सम्बन्धितों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही करें। साथ ही हरी देबी शाक्यवार को जच्चा खाने से अन्य जगह ड्यूटी लगाने के निर्देश दिए।
आपको क्यों पदस्थ किया है, आप क्या देखते हैं।
निरीक्षण के दौरान सीएमएचओ ने अस्पताल प्रबंधन डॉ. राजेश बिरथरिया के प्रति भी जमकर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने डॉ. बिरथरिया से कहा कि आपको अस्पताल की व्यवस्थाएं देखने के लिए पदस्थ किया है। लेकिन आप क्या देख रहें है, यहां पैसे वसूले जा रहे हैं। यह सुन डॉ. बिरथरिया ने कहा कि मैं अगर कल से व्यवस्थाएं देखने लगा तो अपके पास मेरी शिकायतें आना शुरू हो जाएंगी। यह सुन सीएमएचओ ने निर्देश दिए कि आप व्यवस्थाएं देखें और सीधा मुझे बताएं।
नाराजगी के बाद लगाएव बोर्ड व स्पीकर
प्रसूति गृह में अवैध वसूली की शिकायतें मिलने पर सीएमएचओ ने दो घंटे के अंदर प्रसूति गृह परिसर में जगह-जगह बोर्ड लगवाए, जिस पर स्वास्थ्य अधिकारियों के नम्बर भी लिखे हुए हैं। साथ ही प्रसूति गृह में स्पीकर भी लगाए गए हैं, जिन पर अधिकारियों के नम्बरों की उदघोषण की जा रही है।
यह भी मिली अव्यवस्थाएं
- प्रसूताओं ने पलंग पर खाना नहीं देने की भी शिकायत की।
- नर्सिंग अधिकारी रजनी शाक्य व खुशबू तिवारी यूनीफोर्म में नहीं मिली, जिन्हें कार्रवाई की चेतावनी दी गई।
- केसशीट में पार्टोंग्राफ नहीं भरा होने पर पर इंचार्ज नर्सिंग अधिकारी से नाराजगी व्यक्त की।
पूर्व में भी आ चुकी है कई शिकायतें
प्रसूति गृह में अवैध वसूली का यह पहला मामला नहीं है। इससे पूर्व भी कई महिलाओं के परिजन सिविल सर्जन से शिकायतें कर चुके हैं। इतना ही नहीं अवैध वसूली के कई वीडियो भी पूर्व में वायरल हो चुके हैं। लेकिन यहां कार्यरत नर्सों का इतना दबदबा है कि मरीजों से पैसे लेने के कई आरोपों के बाद भी उन पर महज दिखावे के लिए ही कार्रवाई होती है। कार्रवाई के कुछ ही दिनों बाद आरोपित नर्सें फिर से प्रसव वार्ड में पोस्टिंग कराकर अपने पैसे वसूली के अभियान में लग जाती हैं।