अधिकारियों को बचाने कर्मचारियों को बनाया बलि का बकरा -

नर्सिंग फर्जीवाड़े में कुछ निर्दोष कर्मचारियों को किया निलंबित

Update: 2020-11-10 01:00 GMT

ग्वालियर, न.सं.। जीवाजी विश्वविद्यालय में बीएससी नर्सिंग सहित अन्य वर्ष के फेल छात्रों को पास करने के मामले में विवि प्रशासन ने चहेते अधिकारियों को बचाने के चक्कर में कर्मचारियों को बलि का बकरा बनाया है। तीन कर्मचारियों को दोषी मानते हुए उन्हें निलंबित किया गया है। जबकि एक कर्मचारी का उक्त मामले से कोई लेना-देना नहीं है।

जीवाजी विश्वविद्यालय में बीएससी नर्सिंग जून 2019 के कई ऐसे छात्रों को उत्तीर्ण कर दिया गया जो परिणाम में अनुत्तीर्ण थे। लेकिन अंकसूचियां उत्तीर्ण की आईं। बताया जा रहा है कि यह फर्जीवाड़ा अधिकारियों के संरक्षण में किया गया और सहायक कुलसचिव से लेकर उप-कुलसचिव की भी इसमें कहीं न कहीं रही। हालांकि यह फर्जीवाड़ा कर्मचारियों की देखरेख में हुआ लेकिन इसमें सहमति अधिकारियों की भी थी। उक्त मामला सामने आने के बाद कार्यपरिषद सदस्यों ने कुलपति से शिकायत कर मामले की जांच की बात कही। विवि प्रशासन ने अपने स्तर पर जांच कराकर तीन कर्मचारियों विनोद जाटव, सूरज भटेजा एवं जरदान सिंह को निलंबित कर दिया। जबकि इसमें एक कर्मचारी की कहीं भी संलिप्तता नहीं रही। विवि के आला अधिकारियों ने इस मामले में लिप्त अधिकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं की। इसलिए अधिकारियों की कार्यप्रणाली भी संदेह के घेरे में आ गई है। क्योंकि इसमें बड़े स्तर पर फर्जीवाड़ा होने की बात कही जा रही है।

इनका कहना है

नर्सिंग के अनुत्तीर्ण छात्रों को उत्तीर्ण करने के मामले में जो भी लिप्त होगा उस पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। यदि इसमें अधिकारी भी लिप्त हैं तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए। इस संबंध में कुलपति व शासन को लिखा जाएगा। दोषियों पर किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं होने देंगे।


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