सड़कों पर आतंक बरपाने वाले बदमाशोंं ने जन्मदिन में चलाई गोलियां, पुलिस ने छोड़ा
जीतू व अयूब को दबाव के चलते बहोड़ापुर पुलिस ने हवालात में रखने से किया इन्कार
ग्वालियर, न.सं.। पांच दिन पहले सड़कों पर लोगों के साथ मारपीट कर आंतक बरपाने वाले बदमाश पुलिस से बेखौफ होकर दोस्तों के साथ जन्मदिन की पार्टी में गोलियां चला रहे हैं। बदमाशों ने पांच सैकड़ा लोगों के साथ बस्ती में हुड़दंग किया तो पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना कर दी। बहोड़ापुर पुलिस मौके से दोनों बदमाशों को पकड़ लाई लेकिन थाने पर हंगामा होने पर उन्हें छोड़ दिया।
इन्दरगंज थाना पुलिस जीतू बाल्मीकि, राजू खटीक, छोटू उर्फ अयूब खान, विकास राजावत और उसके साथी की तलाश में लगातार भटक रही है। दरअसल मंगलवार की देर रात दो मोटर साइकिल पर सवार इन बदमाशों ने राहगीरों के साथ रास्ता रोककर बेल्ट और लोहे की रॉड से मारपीट कर लहूलुहान कर दिया था। लेकिन बदमाश पुलिस से बेखौफ होकर शहर में घूम रहे हैं। बहोड़ापुर थाना क्षेत्र स्थित शीलनगर, सागरताल रोड कल्ला बाबा की दरगाह पर रहने वाले टिंकल पुत्र अनवर का शनिवार को जन्मदिन था। टिंकल ने पार्टी में अयूब खान, जीतू बाल्मीकि के अलावा पांच-छह सौ के करीब लोगों को बुलाकर जमावड़ा लगाया था। देर रात अयूब व जीतू और उनके दोस्त तेज आवाज में डीजे बजाकर मौज-मस्ती कर रहे थे। जब नशा सिर चढ़कर बोलने लगा तो बदमाशों ने हवा में गोलियां चलाकर बस्ती में आतंक करना शुरू कर दिया। हंगामा और डीजे पर मस्ती करने की शिकायत मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस ने मौके से जीतू बाल्मीकि और अयूब को पकड़ लिया और थाने ले आई। जैसे ही जीतू और अयूब के पकड़े जाने का लोगों को पता चला वह बहोड़ापुर थाने पर जमा हो गए और हंगामा करने लगे। रात एक बजे के करीब पुलिस ने थाने पर हंगामा बढ़ता देखकर दोनों बदमाशों को थाने से चलता कर दिया। इधर पुलिस जीतू व उसके गिरोह की तलाश मे भटक रही है।
उधर दबाव के चलते थाने से छोड़ देने पर पुलिस की किरकिरी हो रही है। बहोड़ापुर थाना प्रभारी प्रशांत यादव की शिकायत पर टिंकल और उसके भाई छोटू उर्फ रहवर पुत्रगण अनवर खान व छह-सात सौ लोगों के खिलाफ धारा 188, 269, 270, 7/15 कोलाहल नियमन अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है।
जीतू को पकडऩे पहुंची पुलिस
जीतू बाल्मीकि की तलाश में पुलिस उसके छिपने के ठिकानों पर लगातार दबिश दे रही है। बीती रात इन्दरगंज थाना पुलिस जीतू के रिश्तेदार को उसके घर से उठा लिया। रिश्तेदारों ने जीतू की सागरताल पर होने की बात कही। जैसे ही पुलिस को जीतू का पता चला, इन्दरगंज थाना पुलिस सागरताल पहुंच गई, लेकिन उससे पहले बहोड़ापुर पुलिस उसे पकड़कर ले गई थी। लेकिन पांच-छह सौ लोगों के थाने पर प्रदर्शन करने के कारण पुलिस ने जीतू व अयूब को छोड़ दिया। इन्दरगंज थाना पुलिस हाथ मलती रह गई।
जीतू पर आधा दर्जन से ज्यादा प्रकरण
जीतू बाल्मीकि गेंडेवाली सड़क का शातिर बदमाश है और जिस सरकारी मल्टी में वह रहता है, उसका क्षेत्र में खौफ है। पुलिस उसके घर पहुंची तो किसी ने भी जीतू के बारे में मुंह तक नहीं खोला। जीतू साहूकारी करता है। साथ ही उसके ऊपर क्षेत्र के नेताओं का भी संरक्षण प्राप्त है।
हमने किसी जीतू को नहीं पकड़ा
बहोड़ापुर थाना प्रभारी प्रशांत यादव का कहना है कि सागरताल पर टिंकल खान के घर युवक जन्मदिन मनाकर पटाखे चला रहे थे। गोलियां नहीं चली थीं, हमने किसी जीतू व अयूब को नहीं पकड़ा था।
रात को दबिश दी थी
इन्दरगंज थाना प्रभारी शैलेन्द्र भार्गव ने कहा कि हमारी टीम ने रात को जीतू के रिश्तेदारों को उठा लिया था। उन्होंने ही जीतू का ठिकाना सागरताल पर बताया था। सागरताल पर जीतू उसका गिरोह मौजूद था, जिसे हुड़दंग करने के कारण बहोड़ापुर पुलिस ने पकड़ लिया था, लेकिन बाद में छोड़ दिया।