एम्स में वेंटिलेटर पर हैं ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां माधवी राजे, फेफड़ों में हुआ संक्रमण
ग्वालियर। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां और पूर्व केंद्रीय मंत्री माधवराव सिंधिया की पत्नी माधवी राजे की तबियत खराब है। उन्हें सांस लेने में तकलीफ होने पर 15 फरवरी को दिल्ली के एम्स में भर्ती किया गया था। उनकी हालत नाजुक है। उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम (वेंटिलेटर) पर रखा गया है। खुद ज्योतिरादित्य ने गुना के एक कार्यक्रम में राजमाता के बीमार होने की जानकारी दी।
भाजपा ने लोकसभा चुनावों के लिए 195 प्रत्याशियों की सूची दो मार्च को जारी की थी। इसमें सिंधिया को ग्वालियर राजपरिवार की पारंपरिक सीट गुना से उम्मीदवार बनाया गया है। नाम घोषित होने के तीन दिन बाद मंगलवार रात को गुना पहुंचे। भोपाल एयरपोर्ट पर लैंड करने के बाद उन्होंने सडक़ के रास्ते गुना का सफर तय किया। तीन दिन के गुना प्रवास पर हैं। उन्होंने बुधवार को कई कार्यक्रमों में भाग लिया। ओला प्रभावित किसानों और उनके परिजनों से मुलाक़ात की। इस दौरान सिंधिया ने बताया कि राजमाता पिछले कुछ दिनों से बीमार है। आप लोगों में भी तो मेरा भाई, बहन, मां-पिता हैं। मैं परिवार को परेशानी में नहीं देख सकता। ओलावृष्टि ने फसलों को बर्बाद किया है। ऐसे दुख के समय में मुझे भी आपसे मिलने आना ही था।
नेपाल राजघराने से ताल्लुक है माधवी राजे का
70 वर्षीय माधवी राजे लंबे समय से बीमार हैं। अब उनकी हालत नाजुक है। उन्हें उपचार के लिए वेंटिलेटर पर रखना पड़ा है। माधवी राजे सिंधिया मूलत: नेपाल की रहने वाली हैं। उनका परिवार वहां के राजघराने से जुड़ा रहा है। उनके दादा शमशेर जंग बहादुर राणा नेपाल के पीएम भी रह चुके हैं। विवाह से पहले उनका नाम प्रिंसेस किरण राज्यलक्ष्मी देवी था। 1966 में उनका विवाह ग्वालियर के सिंधिया राजपरिवार के राजकुमार माधवराव सिंधिया से हुआ था। मराठी परंपरा के अनुसार शादी के बाद उनका नाम बदल गया और उनका नया नाम माधवी राजे सिंधिया हो गया। पहले उन्हें महारानी कहा जाता था। माधवराव के निधन के बाद उन्हें राजमाता कहा जाने लगा। माधवी राजे के पति पूर्व केंद्रीय मंत्री माधव राव सिंधिया का 30 सितम्बर 2001 को यूपी के मैनपुरी के पास विमान हादसे में निधन हुआ था। उस समय उनकी उम्र महज 56 साल थी।
15 फरवरी को किया था भर्ती
ज्योतिरादित्य अपने मां के काफी करीब हैं। माधवी राजे को सांस लेने में तकलीफ होने पर 15 फरवरी को दिल्ली एम्स में भर्ती किया गया था। इसके बाद से उनकी सेहत नाजुक बनी हुई है। मां की तबियत ठीक नहीं होने की वजह से ज्योतिरादित्य भी भाजपा के कार्यक्रमों से दूर ही रहे। सिर्फ केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के कार्यक्रम में शामिल हुए थे। इसके बाद से वे लगातार दिल्ली में ही बने हुए हैं और मां की सेहत पर नजर रखे हुए हैं। उनके करीबियों का कहना है कि मंत्रालय में भी वह कम ही समय दे रहे हैं। उनका अधिकांश समय अपनी मां के साथ गुजर रहा है।