सवा पच्चीस घंटे के लिए आज आएंगे कमलनाथ

कांग्रेस ने की रोड शो की तैयारी, प्रशासन ने अनुमति नहीं

Update: 2020-09-18 01:00 GMT

ग्वालियर, विशेष प्रतिनिधि। भारतीय जनता पार्टी द्वारा उप-चुनाव को देखते हुए पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के ऊपर किए जा रहे जुबानी हमले का जवाब देने पच्चीस घंटे के प्रवास पर श्री कमलनाथ शुक्रवार को दोपहर 12 बजे विशेष विमान से राजमाता हवाई अड्डे पर आएंगे और अगले दिन दोपहर 1.15 बजे दिल्ली रवाना हो जाएंगे। यहां से उनका रोड शो गोला का मंदिर और हजीरा क्षेत्र से होकर वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई की समाधि स्थल पहुंचेगा। तत्पश्चात सामने मैदान पर वे आभार सभा लेंगे। अगले दिन 19 सितम्बर को मेला के कन्वेंशन सेंटर पर सुबह 8 बजे से कार्यकर्ता एवं नेताओं को संबोधित करेंगे। दो दिवसीय प्रवास के दौरान वे ग्वालियर और ग्वालियर पूर्व विधानसभा को कवर करेंगे।

कमलनाथ के इस दौरे से पूर्व ही ग्वालियर-चंबल अंचल की राजनीति बेहद गरमा गई है। बुधवार को होर्डिंग-पोस्टर हटाने को लेकर कांग्रेसियों का प्रदेश के मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर से अच्छा खासा विवाद हो गया था। जिसमें दोनों ही पक्षों ने एक-दूसरे पर जमकर आरोप भी लगाए। कार्यक्रम के मुताबिक श्री कमलनाथ शुक्रवार को दोपहर 12 बजे ग्वालियर आने के बाद लगभग चार घंटे तक रोड शो करेंगे, जिसे कांग्रेसियों ने स्वागत नाम दिया है। क्योंकि प्रशासन ने रोड शो की अनुमति नहीं दी है। फिर भी यदि रोड शो किया जाता है तब तनाव की स्थिति बन सकती है। यद्यपि प्रशासन इन सबसे बचना चाहता है।

आगरा से मंगाया रथ

कांग्रेस ने कमलनाथ को रथ में सवार कर दो विधानसभाओं में घुमाने का निर्णय लिया है। इसके लिए आगरा से स्वराज माजा पर एक विशेष रथ तैयार कराकर मंगाया है। जिसमें बैठकर कमलनाथ रोड शो करेंगे। किंतु रथ निकालने की भी प्रशासन ने अनुमति नहीं दी।

दिनभर तैयारी में जुटे रहे कांग्रेसी

कमलनाथ के इस प्रवास को बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। क्योंकि इसके पहले भाजपा द्वारा कई बड़े आयोजन किए गए हैं। जिसमें राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उनके पंद्रह माह के कार्यकाल को पूरी तरह भ्रष्टाचार में लिप्त बताया है। जिसका जवाब देने कमलनाथ ग्वालियर आ रहे हैं। इसलिए दोनों ही दलों में इस दौरे को लेकर बेहद सक्रियता है। क्योंकि यहां भाजपा के पहले से ही कई आयोजन लगातार जारी हैं। कमलनाथ का यह दौरा सफल रहे इसके लिए गुरुवार को कांग्रेस नेता सिर जोड़कर एक होटल में तैयारी बैठक करते रहे। साथ ही जहां-जहां से उनकी रैली गुजरेगी उस स्थल का मुआयना किया गया।

अनुमति से लगे होर्डिंग-बैनर

होर्डिंग-बैनर को लेकर प्रशासन से हुए विवाद के बाद गुरुवार को दोनों ही दलों की ओर से होर्डिंग-बैनर लगाने के लिए नगर निगम से अनुमति ले ली गई। इसके बाद दोनों ही दलों के होर्डिंग-बैनर कई स्थानों पर लगाए गए हैं।

प्रत्याशी के विरोध में उतारा नियाजी को

बुधवार को प्रद्युम्न सिंह तोमर से हुए विवाद में कांग्रेस जिलाध्यक्ष डॉ. देवेन्द्र शर्मा द्वारा पत्रकारों को चार कार्यकर्ताओं के घायल होने की जानकारी दी गई थी। जिसमें ग्वालियर विधानसभा के नियाजी का नाम नहीं था। नियाजी गुरुवार को 15-20 समर्थकों को लेकर कांग्रेस कार्यालय विरोध करने पहुंचा तो डॉ. शर्मा ने उसे यह कहकर भड़का दिया कि तुम्हारा नाम जान-बूझकर सुनील शर्मा द्वारा नहीं लिया गया। दरअसल ग्वालियर विधानसभा से सुनील शर्मा का नाम बतौर प्रत्याशी फाइनल होने से सबसे बड़ा धक्का देवेन्द्र शर्मा को लगा है। क्योंकि अब ग्वालियर पूर्व से किसी ब्राह्मण प्रत्याशी को नहीं लिया जाएगा। बल्कि डॉ. सतीश सिकरवार का नाम ही फाइनल होगा। इसीलिए डॉ. शर्मा अपनी अलग ही राजनीति चमकाने में लगे हैं।

इनका कहना है

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के आगमन के लिए रोड शो और रथ की अनुमति नहीं दी गई है। सिर्फ लक्ष्मीबाई समाधि पर पुष्पांजलि और अगले दिन मेला के कन्वेेंशन सेंटर में होने वाले कार्यक्रम की अनुमति दी गई है। दोनों ही दलों द्वारा अनुमति लेकर गुरुवार को होर्डिंग एवं बैनर लगाए गए हैं।

-कौशलेन्द्र विक्रम सिंह, जिलाधीश, ग्वालियर

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