ग्वालियर।प्रदेश में उपचुनावों को लेकर सरगर्मी तेज होती जा रही है। अचल की 16 विधानसभा सीटों पर दोनों ही दलों के नेताओं का ध्यान केंद्रित है। जिसके चलते पिछले पंद्रह दिनों में कांग्रेस और भाजपा दोनों ही दलों के बड़े नेताओं की अंचल में आवाजाही बढ़ गई है। इसी कड़ी में आज कांग्रेस कार्यकर्ताओं की नब्ज टटोलने और माहौल का पता लगाने के लिए पूर्व मंत्री और विधायक तरुण भनोट आज ग्वालियर आये।
उनकी अध्यक्षता में आज शहर जिला कांग्रेस कार्यालय में बैठक आयोजित हुई।जिसमें पार्टी के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं से चर्चा की। इस दौरान कुछ नेताओं ने अपने समर्थकों के साथ दावेदारी की कोशिश की लेकिन उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि वे अभी सिर्फ पार्टी को उपचुनाव में कैसे विजय मिले इसको लेकर कार्यकर्ताओं की बैठक लेने आए हैं ।मीडिया से बातचीत में पूर्व मंत्री तरुण भनोट ने नेता प्रतिपक्ष से जुड़े सवाल पर कहा कमलनाथ कांग्रेस विधायक दल के नेता के साथ नेता प्रतिपक्ष भी हैं। डॉ गोविंद सिंह जी और अन्य लोगों के नामों का भ्रम भाजपा ने फैलाया।
कांग्रेस के ग्वालियर मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र शर्मा ने स्वदेश डिजिटल से चर्चा में बताया की यह बैठक पूर्ण रूप से कार्यकर्ताओं से चर्चा के लिए की गई थी। जिसका उद्देश्य संगठन को बूथ लेवल पर मजबूत करना है।उपचुनावों में जीत कैसे दर्ज हो इसे लेकर कार्यकर्ताओं से चर्चा हुई। कुछ नेताओं ने इस दौरान अपनी दावेदारी जरुर पेश की लेकिन उन्हें समझा दिया गया की यह बैठक संगठन के लिए है। प्रत्याशी का चुनाव हाईकमान ही सर्वे के द्वारा करेगा।
उपचुनावों में कांग्रेस पार्टी किस मुद्दे पर चुनावों में जायेगी के सवाल पर शर्मा ने कहा की हमारी सरकार को जनता ने पांच साल के लिए चुना था। लेकिन निजी हितों के लिए जनमत को पलटा गया है। बागी विधायकों द्वारा कांग्रेस द्वारा उनके क्षेत्र में विकास नहीं करने का आरोप लगा रहें है। इस सवाल के जवाब में शर्मा ने कहा की सरकार को पांच साल के लिए चुना गया था। विकास के लिए पूरे पांच साल मिलने चाहिए थे।
बता दें की कांग्रेस छोड़ भाजपा में आये विधायकों ने क्षेत्र में विकास नहीं करने और पूर्व सीएम कमलनाथ द्वारा उनकी बात नहीं सुनने का आरोप लगाया था। भाजपा में शामिल हुए नेता ही कमलनाथ जी द्वारा सभी विकास और नवीन योजनायें अपने क्षेत्र छिंदवाड़ा में देने का आरोप लगाते रहे है।