ग्वालियर जिलाधीश कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने किया आश्वस्त, यह आखिरी लॉकडाउन
ग्वालियर। जिलाधीश कौशलेन्द्र विक्रम सिंह की सर्वाधिक कुशलता यह है कि वह अपने कान हमेशा खुले रखते हैं। जिलाधीश सिंह की यही सहज-सरल कार्यप्रणाली है कि वे सुझावों को स्वीकार करते हैं, आलोचनाओं को धैर्य से सुनते हैं। जिलाधीश का पद उन्होंने ग्वालियर में जैसे ही संभाला, कोरोना महामारी आ गई। वह इस पर अपनी टीम के साथ कुशलता से आगे बढ़ रहे थे कि सरकार बदल गई। जाहिर है इन तमाम चुनौतियों के बीच महामारी को लेकर वह न केवल अपनी टीम के साथ अपितु मैदान में भी डटे रहे। यही नहीं समाज के सभी वर्गों के साथ संवाद की परम्परा भी कायम राखी। आज इसी कड़ी में प्रिंट मीडिया के संपादकों से बातचीत में जिलाधीश कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने आश्वस्त किया कि यह सात दिन का लॉकडाउन आखिरी है। इसके आगे अब लॉकडाउन नहीं लगेगा।
जिलाधीश कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने कहा कि गंभीर रूप से बीमार कोविड 19 के मरीजों के लिए भी इलाज की पर्याप्त सुविधा है और सामान्य लक्षण वाले मरीजों के लिए हमें जैसे-जैसे आवश्यकता होगी, हम महाविद्यालय, होटल आदि अधिग्रहण कर लेंगे। किसी तरह की चिंता की आवश्यकता नहीं। श्री सिंह ने कहा कि यह मौसम अभी संवेदनशील है और हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता मृत्यु दर को न्यूनतम रखना है।श्री सिंह ने कहा कि हम टेली मेडीसिन की सुविधा और व्यवस्थित तरीके से फिर प्रारंभ कर रहे हैं। श्री सिंह ने कहा कि अगर सामान्य लक्षण वाले मरीज घर पर ही इलाज कराना चाहते हैं और उनके पास सुविधा है तो प्रशासन स्वीकृति देगा। श्री सिंह ने कहा कि निजी चिकित्सालय अभी आने वाले मरीजों की सूचना प्रशासन से साझा नहीं कर रहे हैं, जिस पर कड़ाई की जाएगी। श्री सिंह ने कहा कि वे शहर के चिकित्सकों से भी एक संवाद स्थापित करेंगे।
श्री सिंह ने कहा अनलॉक एवं बाहर से आए लोगों के चलते मरीज एकाएक बढ़े हैं। इसी के चलते सारी व्यवस्थाओं को एक बार फिर दुरुस्त करने लॉकडाउन किया गया जो अब आखिरी है। श्री सिंह ने कहा अब यह समस्या का समाधान नहीं है, इसके बजाय भीड़ पर नियंत्रण के लिए प्रशासन का ध्यान केन्द्रित रहेगा। सिंह ने कहा कि अब बाजार भी लॉकडाउन के बाद रात 9 बजे तक खुला रहेगा।
कान्याल बनेंगे आईएएस
राज्य प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी किशोर कान्याल शीघ्र ही आईएएस बनेंगे। श्री कान्याल पत्रकारवार्ता में उपस्थित थे। यह जानकारी अनौपचारिक रूप से खुशखबरी के रूप में जिलाधीश ने दी।