ग्वालियर,न.सं.। लॉकडाउन के दूसरे दिन शहर में लॉकडाउन का असर देखा गया। न बाजार खुले और न कोई निजी प्रतिष्ठान। शहर के बाजारों में सन्नाटा छाया रहा। कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए शहर में 21 जुलाई तक सम्पूर्ण लॉकडाउन लगाया गया है। गुरुवार को दूसरे दिन बाजार, व्यावसायिक प्रतिष्ठान और रिक्शा,ई-रिक्शा, टैंपो सुबह से ही बंद रहे। महाराज बाड़ा, हजीरा, गोले का मंदिर, और मुरार आदि जगहों पर सन्नाटा पसरा रहा। आवश्यक सेवाओं को छोड़ जनसामान्य के लिए आवागमन पूरी तरह बंद रहा। चौराहों पर पुलिस चेकिंग करती रही और बिना मास्क लगाए लोगों को सजग करती रही।
लॉकडाउन के दूसरे दिन पुलिस सुबह से ही सडक़ पर थी। ऐसे में बिना काम के निकले लोगों को घर वापस लौटना पड़ा। कुछ लोग डॉक्टर को दिखाने के लिए तो कुछ दवा लेने के लिए निकले। उन्हें पुलिस ने पूछताछ करने के बाद जाने दिया। इस बीच प्रशासनिक अधिकारी घूम-घूम कर विभिन्न क्षेत्रों में मुआयना करते रहे।
दूध डेयरी पर उमड़ी भीड़
दूसरे दिन सुबह के समय सबसे ज्यादा भीड़ देध व डेयरी पर दिखाई दी। वहीं कुछ सब्जी के ठेले भी मुख्य सडक़ों पर सुबह 10 बजे तक नजर आए। पुलिस ने जब ठेले वालों को खदेड़ा, तो वह गलियों में जाकर खड़े हो गए। वहीं शहर के मुख्य बाजारों की दुकानें तो पूरी तरह बंद रही। लेकिन गलियों में की दुकानों के शटर नहीं डाले।