अगले साल बसंत पंचमी पर होगी महालक्ष्मी मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा
राजस्थान के गुलाबी पत्थरों से बन रहा मंदिर, जयपुर से आएंगी मूर्तियां
ग्वालियर,न.सं.। शहर से लगभग 18 किलोमीटर दूर ग्वालियर - झांसी राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित जौरासी हनुमान मंदिर के पास महालक्ष्मी मंदिर का निर्माण किया जा रहा है। इस भव्य मंदिर के निर्माण में अभी तक 8 करोड़ रुपए की राशि खर्च हो चुकी है। इस मंदिर में महालक्ष्मी के साथ मां सरस्वती एवं विघ्न विनाशक श्री गणेश जी की प्रतिमा भी स्थापित की जाएगी। जौरासी महालक्ष्मी मंदिर में अगले साल बसंत पंचमी में माता की मूर्तियों की प्राण-प्रतिष्ठा की जाएगी। बताया जा रहा है कि इससे ग्वालियर शहर के वास्तुदोष को भी दूर कर दिया जाएगा।
इस मंदिर का निर्माण सूर्य-शनि की युति से शहर के विकास में उत्पन्न हो रही बाधा को दूर करेगा। खास बात यह है कि ट्रस्ट हनुमान मंदिर जौरासी घाटी प्रबंधन दान की राशि सेे इस मंदिर का निर्माण कर रहा है।
वियतनाम के मार्बल से बन रही प्रतिमा
मंदिर के लिए वियतनाम के मार्बल से आदिलक्ष्मी धन लक्ष्मी धान्य लक्ष्मी गज लक्ष्मी संतान लक्ष्मी वीर लक्ष्मी जय लक्ष्मी और विद्या लक्ष्मी की प्रतिमाओं का निर्माण प्रारंभ हो गया है। भगवान गणेश व माता सरस्वती की प्रतिमाएं भी बनाई जा रही हैं।
इससे पूर्व राजस्थान के गुलाबी पत्थर से 40 नक्काशीदार द्वारा तैयार हो चुके हैं। इस मंदिर का निर्माण लगभग पूूरा हो चुका है। महालक्ष्मी का यह मंदिर जौरासी हनुमान मंदिर के ठीक पीछे है। तीन बीघा क्षेत्र में बनने वाले इस मंदिर की ऊपरी मंजिल पर प्रतिमाओं की स्थापना होगी। यहां संत निवास भी बनाया जाएगा।
14 हजार वर्गफीट का होगा विशाल हॉल
महालक्ष्मी मंदिर परिसर में धार्मिक व सामाजिक कार्यों के लिए 14 हजार वर्गफीट का एक विशाल हॉल का निर्माण किया जाएगा। इसके अलावा वैदिक विद्यालय, धर्मार्थ चिकित्सालय, प्रवचन परिसर एवं साधु संतों के रुकने व ठहरने की व्यवस्था की जाएगी।
वरिष्ठ अभिभाषक हैं न्यास के पदाधिकारी
न्यास का गठन 2003 में जिला ग्वालियर द्वारा किया गया था। न्यास द्वारा 2011 में परिसर में शिव परिवार की स्थापना की गई। इस न्यास में सेवानिवृत्त एवं शहर के वरिष्ठ अभिभाषक पदाधिकारी, सदस्य हंै। उन्हीं के मार्गदर्शन में महालक्ष्मी मंदिर का निर्माण कराया जा रहा है।
इनका कहना है
महालक्ष्मी मंदिर निर्माण के लिए तेजी से कार्य किया जा रहाहै। वर्तमान में 8 करोड़ की राशि खर्च हो चुकी है। फरवरी 2024 तक यहां पर मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। इसमें वैदिक विद्यालय, प्रवचन परिसर व चिकित्सालय भी खोला जाएगा।
सुरेश चतुर्वेदी एडवोकेट
अध्यक्ष
ट्रस्ट मंदिर श्री हनुमान जी जौरासी