मेडिकल यूनिवर्सिटी ने बीच सत्र में की BIMR कॉलेज की मान्यता निरस्त, छात्रों की डिग्री अधर में लटकी

Update: 2022-09-05 06:05 GMT

ग्वालियर, न.सं.। जबलपुर चिकित्सा विश्वविद्यालय द्वारा बीआईएमआर संस्थान की बीच सत्र में ही मान्यता निरस्त कर दी गई है। जिस कारण करीब 100 से अधिक विद्यार्थियों का भविष्य खतरे में पड़ गया है। हालांकि संस्थान का कहना है कि सम्बद्धता को लेकर फिर से दस्तावेज विवि को भेजे गए हैं।

दरअसल बीआईएमआर महाविद्यालय में नर्सिंग पाठयक्रमों के अलावा पैरामेडिकल कोर्स भी संचालित किए जाते हैं। इसमें बीपीटीएच की 40, एमपीटीएच आर्थो व न्यूरो की एक-एक, बीएमएलटी की 40 एवं डीएमएलटी की 40 सीटें शामिल हैं। उक्त सभी कोर्स की 2020-2021 की सम्बद्धता निरंतर रखने के लिए महाविद्यालय की ओर से विश्वविद्यालय व पैरोमेडिकल काउंसिल को आवेदन दिया गया था। इस पर विश्वविद्यालय के दल द्वारा पूर्व में महाविद्यालय का निरीक्षण किया गया। उक्त निरीक्षण रिपोर्ट पिछले दिनों विश्वविद्यालय की कार्य परिषद की बैठक में रखी गई। बैठक में समीक्षा के बाद बताया गया कि महाविद्यालय के पास उक्त कोर्स को संचालित करने के लिए काउंसिल के अनुरूप स्टाफ नहीं है। इसलिए विश्वविद्यालय द्वारा संबद्धता निरन्तर रखने से इंकार कर दिया गया। इसी महाविद्यालय द्वारा नवीन कोर्स डीएक्सआरटी की दो सीटों की अनुमती भी मांगी गई थी, लेकिन उक्त सीटें की अनुमति भी नहीं दी गई। उधर महाविद्यालय प्रबंधन का कहना है कि उनके पास कोर्स के हिसाब से पर्याप्त स्टाफ है। सम्बद्धता क्यों नहीं दी गई, इस संबंध में विश्वविद्यालय के अधिकारियों से चर्चा की जा रही है।

विश्वविद्यालय द्वारा बीच में ही संबद्धता समाप्त नहीं की जा सकती। विवि के अधिकारियों से चर्चा हुई थी, उन्होंने दोबारा दस्तावेज मांगे हैं। जल्द ही महाविद्यालय को सम्बद्धता प्राप्त हो जाएगी।

शिल्पी कपूर

प्राचार्य, बीआईएमआर महाविद्यालय

वैष्णवी महाविद्यालय की बीएससी की मान्यता निरस्त

इसी तरह कार्य परिषद की बैठक में ग्वालिरय के वैष्णवी इंस्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज का मामला भी रखा गया। महाविद्यालय की ओर से बीएससी नर्सिंग की 2020-21 की मान्यता निरंतर रखने के लिए आवेदन दिया गया था। लेकिन निरीक्षण रिपोर्ट में शौक्षणिक स्टाफ की कमी बताते हुए मान्यता देने से इंकार कर दिया गया है।

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