ग्वालियर, न.सं.। बंगाल की खाड़ी में बने गहरे अवसाद (डिप्रेशन) के प्रभाव से अगले 24 से 48 घंटों में बादल आ सकते हैं। इस दौरान अंचल में कहीं बूंदाबांदी तो कहीं हल्की बारिश भी हो सकती है। इस सिस्टम का प्रभाव समाप्त होने के बाद मौसम में धीरे-धीरे ठंड बढ़ेगी।
स्थानीय मौसम विज्ञानी सी.के. उपाध्याय ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में आंध्र तट पर बना गहरा अवसाद मंगलवार को उड़ीसा के ऊपर पहुंच गया है, जो उत्तर-पश्चिम की ओर आगे बढ़ रहा है। यह सिस्टम मध्यप्रदेश के दक्षिणी भाग को प्रभावित करेगा, जहां कहीं तेज तो कहीं मध्यम गति से बारिश हो सकती है, लेकिन ग्वालियर-चम्बल अंचल में इसका आंशिक असर ही नजर आएगा क्योंकि राजस्थान में प्रति चक्रवात बना हुआ है, जो गहरे अवसाद को दक्षिणी मध्यप्रदेश से आगे बढऩे से रोकने का काम करेगा। हालांकि इस सिस्टम के प्रभाव से 14 से 15 अक्टूबर को ग्वालियर-चम्बल अंचल के आकाश में बादल छा सकते हैं। साथ ही कहीं-कहीं बूंदाबांदी भी हो सकती है।
न्यूनतम तापमान में आया उछाल
उड़ीसा के ऊपर सक्रिय गहरे अवसाद की बजह से मंगलवार को चार से छह किलोमीटर प्रति घंटे की गति से दक्षिण-पूर्वी हवाएं चलीं। इस वजह से पिछले दिन की तुलना में न्यूनतम तापमान 1.8 डिग्री सेल्सियस बढ़कर 21.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो औसत से 2.2 डिग्री सेल्सियस अधिक है, जबकि अधिकतम तापमान 0.9 डिग्री सेल्सियस आंशिक गिरावट के साथ 35.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह भी औसत से 1.4 डिग्री सेल्सियस अधिक है। आज सुबह हवा में नमी 79 प्रतिशत दर्ज की गई, जो सामान्य से 19 प्रतिशत अधिक है, जबकि शाम को हवा में नमी 65 प्रतिशत दर्ज की गई। यह भी सामान्य से 19 प्रतिशत अधिक है।