भोपाल। राजधानी भोपाल में लगातार तीन दिन से अधिकतम तापमान 32-33 डिग्री सेल्सियस बना रहने से वातावरण में गर्मी बढ़ गई है। पेड़ों के पत्ते सूखकर झडऩे लगे हैं। उधर हवाओं का रुख दक्षिणी बना रहने से रात का तापमान भी पिछले दो दिन से 15 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना है।
मौसम विभाग के मुताबिक वर्तमान में अलग-अलग स्थानों पर तीन वेदर सिस्टम बने हुए हैं। इस वजह से बदले हवाओं के रुख से वातावरण में गर्मी बढ़ गई है। इधर ग्वालियर में शुक्रवार सुबह ठंडी हवा भी चली, लेकिन हवा में नमी मौजूद रहने से दोपहर में बादल छा सकते हैं। दिन गर्मी का अहसास होगा। जबकि जबलपुर सहित पूर्वी मध्यप्रदेश में बादल छाने के साथ कहीं-कहीं गरज चमक के साथ बारिश की संभावना जताई है।
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने शुक्रवार को जानकारी देते हुए बताया कि गुरुवार को राजधानी का न्यूनतम तापमान 14.8 डिग्री सेल्सियस किया गया। जो सामान्य से एक डिग्रीसेल्सियस अधिक रहा। मध्यप्रदेश में सबसे कम 12 डिग्री सेल्सियस तापमान खजुराहो में रिकार्ड किया गया। मौसम विभाग के मुताबिक वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ जम्मू-कश्मीर पर बना हुआ है। उत्तर-पूर्वी राजस्थान पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इस चक्रवात से उत्तरी मध्यप्रदेश से होकर बिहार तक एक द्रोणिका लाइन (ट्रफ) बनी हुई है। इन तीन वेदर सिस्टम के सक्रिय रहने से वर्तमान में हवा का रुख दक्षिणी बना हुआ है। इस वजह से वातावरण में गर्मी बढ़ी है। जम्मू-कश्मीर पर बना सिस्टम शाम तक समाप्त हो जाएगा।
उधर शुक्रवार को एक नए पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में प्रवेश करने की संभावना है। इसके अतिरिक्त 28 फरवरी को भी एक तीव्र आवृति वाले पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में आने के संकेत मिले हैं। इसके असर से मौसम का मिजाज बिगड़ सकता है। जिसके चलते मध्यप्रदेश के अधिकतर जिलों में बारिश होने की भी संभावना बन रही है।
जबलपुर समेत पूर्वी मप्र में बारिश के आसार -
एक साथ चार पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से गुरुवार को जबलपुर के आसपास के क्षेत्रों में हुई बारिश से रात का पारा करीब चार डिग्री तक गिर गया। वातावरण में हल्की ठंडक घुली रही। जिसका असर शुक्रवार को सुबह तक होता रहा। शुक्रवार सुबह से सूरज की चमक भी फीकी रही। हालांकि दोपहर तक सूरज के तेवर फिर सख्त हो सकते है। वातावरण में गर्माहट का अहसास होने लगेगा। फिलहाल मौसम के बदल रहे तेवर को देखते हुए मौसम विभाग ने आगामी दिनों में जबलपुर सहित पूर्वी मध्यप्रदेश में बादल छाने कहीं-कहीं गरज चमक के साथ बारिश की संभावना जताई है।
ग्वालियर में गर्मी -
वहीं ग्वालियर में बंगाल की खाड़ी से आ रही हवा ने शहर का मौसम बदल दिया। न्यूनतम तापमान में 0.3 डिसे की गिरावट दर्ज की गई। इससे न्यूनतम तापमान 13.7 डिसे पर आ गया। शुक्रवार सुबह ठंडी हवा भी चली, लेकिन हवा में नमी मौजूद रहने से दोपहर में बादल छा सकते हैं। दिन गर्मी का अहसास होगा। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में न्यूनतम तापमान में उछाल आने के आसार जताए हैं। दिन का तापमान स्थिर रह सकता है। बादल भी छाए रहेंगे, लेकिन बारिश के आसार नहीं है। नया पश्चिमी विक्षोभ 28 फरवरी को आ रहा है।