विश्वविद्यालय का बढ़ाएंगे मान, नहीं गिरने देंगे साख: प्रो. नाहर

स्वदेश से विशेष चर्चा में बोले संगीत विवि के नवागत कुलपति डॉ. नाहर

Update: 2020-09-24 01:00 GMT

ग्वालियर, न.सं.। पिछले ढाई साल से स्थायी कुलपति विहीन राजा मानसिंह तोमर संगीत एवं कला विश्वविद्यालय को स्थायी कुलपति मिल गया है। नवागत कुलपति प्रो. साहित्य कुमार नाहर ने पदभार ग्रहण करने के साथ ही विवि के क्रिया-कलापों का समझना भी शुरू कर दिया है। वह पिछले तीन दिन से विवि में नियमित बैठने के साथ ही यहां की परिस्थितियों का आंकलन करने के साथ ही विवि के रुके हुए पहिए को गति देने की रणनीति में जुटे हैं। स्वदेश से उन्होंने विशेष चर्चा की और कहा कि विवि को नई दिशा देने के लिए वह काम करेंगे। समय पर परीक्षाएं, परिणाम और छात्रों का प्रवेश पहली प्राथमिकता में रहेगा। उन्होंने यह भी कहा कि विवि में जो माहौल है उसे परिवार की तरह सुधारने का प्रयास करेंगे और सबकी समस्याओं का निदान होगा। विश्वविद्यालय की जिस उद्देश्य से की गई थी उसका मान नहीं घटने देंगे।

सवाल:- विवि के विकास एवं शैक्षणिक गुणवत्ता को लेकर आपकी क्या योजना है?

जवाब:- विवि का शैक्षणिक माहौल अच्छा हो, कक्षाएं नियमित लगें, समय पर परीक्षाएं हों व परिणाम भी आए इस पर सुनियोजिता कार्ययोजना बनाई जा रही है।

सवाल:- कोविड-19 के संकटकाल में सीटें भरने और परीक्षाएं कराने की चुनौती से कैसे निपटेंगे?

जवाब:- हां इस समय यह चुनौती जरूर है लेकिन हमारा पूरा प्रयास ऑनलाइन प्रवेश और रुकी हुई परीक्षाएं जल्द से जल्द कराने पर अधिक रहेगा। इसके लिए संबंधित अधिकारियों के साथ मंथन कर रहे हैं।

सवाल:- शिक्षकों एवं कर्मचारियों में आपसी गुटबाजी हावी है, इससे कैसे निपटेंगे?

जवाब:- विवि एक परिवार है और हर परिवार में कहीं न कहीं कुछ मनमुटाव हो सकता है। इसलिए मुझे पूरा विश्वास है कि विवि एक परिवार की तरह काम करेगा। यदि किसी को कोई परेशानी है तो उनके दुख-दर्ज दूर किए जाएंगे।

सवाल:- पिछले ढाई साल से विवि के विकास का पहिया रुक गया है, इसे कैसे आगे बढ़ाएंगे और स्टाफ की समस्याएं कैसे दूर करेंगे?

जवाब:- विवि की स्थापना राजा मानसिंह तोमर के नाम पर हुई है। इस नाम का मान नहीं घटते देंगे। विवि के चहुंमुखी विकास की कार्ययोजना बनाई जाएगी और इससे विवि परिवार के साथ-साथ शासन-प्रशासन का पूरा सहयोग लेंगे।

सवाल:- विवि में आवास, शैक्षणिक भवन, कर्मचारियों का टोटा है इसे कब तक दूर किया जाएगा?

जवाब:- भवनों के निर्माण एवं कर्मचारियों की नियुक्ति के पूरे प्रयास होंगे। इस संबंध में शासन से भी सहयोग लिया जाएगा। 

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