ग्वालियर से प्रियदर्शनी राजे को चुनाव लड़ाने का प्रस्ताव पास

Update: 2019-03-25 04:34 GMT

कांग्रेस ने अचानक बैठक कर लिया निर्णय

ग्वालियर/विशेष प्रतिनिधि। लोकसभा चुनाव में ग्वालियर से भाजपा और कांग्रेस ने अभी तक प्रत्याशी के नाम की घोषणा नहीं की है। वहीं मौजूदा सांसद नरेन्द्र सिंह तोमर मुरैना संसदीय क्षेत्र से चुनाव लडऩे जा रहे हैं। ऐसे में ग्वालियर में कौन आमने-सामने होगा? इसको लेकर संशय की स्थिति है। वहीं अचानक बदले घटनाक्रम में शहर और ग्रामीण जिला कांग्रेस ने रविवार को अचानक एक बैठक बुलाकर ग्वालियर से सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया की पत्नी प्रियदर्शनी राजे सिंधिया को चुनाव लड़ाने की मांग का एक प्रस्ताव पारित कर राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को भेजा दिया है। इस तरह ग्वालियर में राजनीतिक हलकों में बेहद गर्मी आ गई है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार को मध्यान्ह 2.30 बजे अचानक शहर एवं ग्रामीण कांग्रेस की आपात बैठक कांग्रेस कार्यालय पर बुलाई गई, जिसमें शहर अध्यक्ष डॉ. देवेन्द्र शर्मा ने प्रस्ताव रखा कि ग्वालियर संसदीय क्षेत्र से प्रियदर्शनी राजे सिंधिया को चुनाव लड़ाया जाए। इसका समर्थन ग्रामीण अध्यक्ष मोहन सिंह राठौर ने भी किया। इन दोनों के बाद वहां मौजूद सभी लोगों ने हाथ उठाकर इस प्रस्ताव पर अपनी सहमति दर्ज कराई। बैठक में प्रदेश के कैबिनेट मंत्री लाखन सिंह, प्रद्युम्न सिंह तोमर, इमरती देवी, विधायक प्रवीण पाठक, मुन्नालाल गोयल, पूर्व सांसद रामसेवक सिंह, पूर्व विधायक रमेश अग्रवाल, अशोक शर्मा, सुनील शर्मा, रामवरन सिंह गुर्जर, चन्द्रमोहन नागोरी, ज्ञानेन्द्र शर्मा, सुरेन्द्र शर्मा, हरिओम शर्मा, किशन मुदगल, राजकुमार शर्मा, प्रवक्ता आनंद शर्मा, धर्मेन्द्र शर्मा, महिला अध्यक्ष कमलेश कौरव, प्रमोद पाण्डे, अनूप तिवारी, ब्लॉक अध्यक्ष सत्येन्द्र शर्मा, इब्राहिम खान पठान, संभागीय प्रवक्ता सिद्धार्थ सिंह राजावत, चतुर्भुज धनौलिया, गौरव भोसले, शीतल अग्रवाल, संतोष शर्मा, कुलदीप कौरव आदि मौजूद रहे।

अशोक सिंह से दूरभाष पर ली सहमति

अचानक बुलाई गई इस बैठक के दौरान जब प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष एवं संभावित प्रत्याशी अशोक सिंह को सूचना दी गई तो वे पोहरी के लिए रवाना हो गए थे। तब उनसे डॉ. देवेन्द्र शर्मा ने दूरभाष पर सहमति ली। श्री सिंह ने इसकी पुष्टि स्वदेश से चर्चा करते हुई की। उन्होंने कहा कि वे किसी भी निर्णय में सिंधिया जी के साथ हैं।

गाड़ी में बनी योजना

ज्योतिरादित्य सिंधिया सुबह शताब्दी एक्सप्रेस से ग्वालियर आए तो उनकी गाड़ी में तीनों मंत्री, विधायक, शहर अध्यक्ष, पूर्व विधायक आदि बैठे थे। यहींं यह योजना बनी कि आज तत्काल बैठक बुलाकर श्रीमती सिंधिया को ग्वालियर से चुनाव लड़ाने का प्रस्ताव पास किया जाए। इसके बाद सिंधिया समर्थक नेताओं को सूचना देकर बैठक के लिए बुलाया गया, लेकिन ग्वालियर के दिग्विजय सिंह समर्थक नेताओं को इस बैठक में नहीं बुलाया गया।

इसलिए तूल पकड़ रहा है मामला

मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा बड़े कांग्रेस नेताओं को कठिन सीटों से चुनाव लड़ाने की बात कहे जाने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को भोपाल से टिकट दिया गया है। इस पर दिग्विजय सिंह और अजय सिंह राहुल भैया ने यह कहा है कि अब श्री सिंधिया को भी इन्दौर से लड़ाया जाए। यह मामला और तूल पकड़ता, उसके पहले ही श्री सिंधिया ने गुना और ग्वालियर सीटों से सिंधिया राजपरिवार के चुनाव लडऩे की योजना बनाई है, जिसमें यह कहा जाएगा कि ग्वालियर से तीन बार से कांग्रेस हार रही है, इसलिए इस सीट को जिताने के लिए सिंधिया परिवार मैदान में आ रहा है।

पहले भी आ चुका है प्रस्ताव

एआईसीसी के पर्यवेक्षक राहुल राय, प्रभारी मनोज पाल सिंह, विधायक घनश्याम सिंह के समक्ष आयोजित बैठक में ब्लॉक अध्यक्ष सतेन्द्र शर्मा ने सिंधिया राजपरिवार से प्रियदर्शनी राजे सिंधिया को चुनाव लड़ाने का प्रस्ताव दिया था, जो दिल्ली पहुंच चुका है। इसी के साथ वरिष्ठ कांग्रेस नेता राजू चौधरी ने भी पिछले दिनों बाकायदा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर श्रीमती प्रियदर्शनी राजे सिंधिया को ग्वालियर से चुनाव लड़ाने की मांग रखी थी। उनका कहना था कि इसका प्रभाव ग्वालियर-चम्बल संभाग की सभी सीटों पर पड़ेगा। 

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