ढाबों पर देह व्यापार के अड्डों पर दबिश चार महिलाओं सहित 11 आरोपी दबोचे

Update: 2019-03-27 04:23 GMT

ढाबा संचालक और महिला चला रहे थे गोरखधंधा

ग्वालियर/न.सं.। मोहना हाइवे पर कई दिनों से ढाबों पर फल-फूल रहे देह व्यापार के अड्डों पर पुलिस ने दबिश देकर तीन युवतियों को सात युवकों के साथ आपत्तिजनक हालात में पकड़ा है। देह व्यापार के इस गोरखधंधे में संचालक और एक महिला भी शामिल थी जो महिलाओं का ग्राहकों से सौदा करती थी। पुलिस ने पकड़े गए सभी ग्यारह लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।


पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन को मुखबिर से सूचना मिली थी कि मोहना नेशनल हाइवे पर संचालित ढाबों पर देह व्यापार का धंधा जमकर फल-फूल रहा है। सूचना मिलते ही पुलिस ने तीन ढाबों पर दबिश दी तो यहां पर देह-व्यापार का धंधा करते हुए तीन युवतियां रंगे हाथ पकड़ी गई। पुलिस को देखकर ढाबों पर अफरा-तफरी मच गई और कुछ युवक भागने का प्रयास करने लगे। पुलिस ने युवतियों के साथ आपत्तिजनक स्थिति में संचालक अरुण पुत्र मक्खनलाल शर्मा निवासी मोहना, शेरा पुत्र साहबसिंह यादव निवासी हीरापुरा श्योपुर, सोनू पुत्र बीरवल गुर्जर निवासी चौकुटी थाना नूराबाद मुरैना, भगवान पुत्र प्रहलाद कुशवाह निवासी उम्मेदगढ़ मोहना, दीपक पुत्र संतोष मुद्गल निवासी मोहना, बलवीर पुत्र काशीराम गुर्जर निवासी चौकुटी नूराबाद मुरैना और अवधेश पुत्र कैलाश शर्मा निवासी गसवानी श्योपुर को गिरफ्तार किया है। इनके खिलाफ मामला दर्ज कर पूछताछ की जा रही है। मोहना थाना प्रभारी रामनरेश यादव ने बताया कि तीन ढाबों पर लम्बे समय से सुबह से लेकर रात तक देह व्यापार किया जाता था। एक महिला बाहर गुमठी पर बैठ जाती थी। जैसे ही कोई युवक ढाबे पर पहुंचता, उससे गलत कार्य के लिए सौदा तय करने के बाद उसे ढाबे के अंदर भेज दिया जाता था। जिस समय पुलिस ने दबिश दी उस समय तीन युवक युवतियों के साथ आपत्तिजनक हालत में थे। जबकि अन्य लोग संचालक और देह व्यापार में मददगार हैं। पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ अनैतिक व्यापार निवारण अधिनियम 1956 की धारा के तहत मामला दर्ज कर लिया है।

महिला भी चला रही थी ढाबा:- मोहना की रहने वाली महिला ने भी अपना अलग से ढाबा खोल रखा था, जिस पर युवतियों से देह-व्यापार कराया जाता था। इसके अलावा अरुण शर्मा और बलवीर उसका बेटा सोनू गुर्जर के भी ढाबे संचालित हो रहे थे। इन सभी ढाबों में गलत काम कराने का गोरखधंधा लंबे समय से फल-फूल रहा था। इसमें महिला की बड़ी भूमिका रहती थी।

शिवपुरी से लाई जाती थी युवतियां

अरुण शर्मा की कार क्रमांक एमपी 07 बीए 5124 का उपयोग देह व्यापार के लिए किया जाता था। इसी कार से युवतियों को शिवपुरी से बैठाकर लाया जाता था। ढाबों पर कई युवतियों के नम्बर भी मिले हैं जो समय-समय पर यहां पर आती रहती हैं। पुलिस इन नंबरों के सहारे इस गलत कार्य से जुड़े अन्य लोगों तक पहुंचना चाहती है।

देह व्यापार के लिए प्रसिद्ध थे ढाबे

पुलिस का कहना है कि जिन ढाबों पर पुलिस ने दबिश दी उनमें खाने-पीने की कोई चीज नहीं थी। देह-व्यापार के लिए ही ढाबों को खोला गया था। यहां पर ग्वालियर सहित दूर-दराज से लोगों के अलावा ट्रक चालक गंदे काम के लिए रुकते थे। इन लोगों को यह पता था कि यहां पर खाने-पीने की चीजें न के बराबर मिलेंगी, लेकिन देह व्यापार यहां पर होता है।

जनता थी परेशान

हाइवे पर संचालित देह व्यापार के अड्डे पूरे मोहना शहर में जग जाहिर थे। इनके यहां पर चलने से मोहना की जनता भी परेशान थी, लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो पा रही थी। पुलिस की कार्रवाई से जनता ने आभार माना है और कभी दोबारा ढाबों पर गंदे काम नहीं होने की पुलिस से गुहार भी लगाई है। बताया जा रहा है कि इस धंधे का खुलासा करने में मोहना के कुछ लोगों की भी भूमिका रही है, जिन्होंने पुलिस को सूचना देने के साथ ही साक्ष्य भी उपलब्ध कराए थे। 

Similar News