26 को विद्या भारती मध्य भारत प्रांत का घोष वादन प्रतियोगिता एवं घोष संचलन
चलित व स्थाई झाकियां बढ़ाएगी कार्यक्रम की भव्यता, जगह- जगह होगी पुष्पवर्षा
ग्वालियर,न.सं.। मध्य भारत प्रांत के सभी विद्यालयों में अध्ययनरत् चयनित भैया बहनों की प्रांत स्तरीय घोष वादन प्रतियोगिता एवं घोष संचलन कार्यक्रम का आयोजन 26 दिसंबर मंगलवार को दोपहर 1 बजे से किया जा रहा है। यह बात शुक्रवार को सरस्वती शिशु मंदिर, चिटनिश की गोठ में पत्रकारों से चर्चा के दौरान विद्या भारती मध्य भारत प्रांत के सह प्रांत प्रमुख चंद्रहंस पाठक ने कही। उन्होंने बताया विद्याभारती द्वारा संचालित सरस्वती शिशु मंदिरों में भैया बहनों के सर्वागीण विकास हेतु कई प्रकार की गतिविधियों को आयोजन निरन्तर चलता रहता है। कार्यक्रम शुभारंभ दोपहर 1 बजे से होगा जिसमें सरस्वती वंदना, सांस्कृतिक प्रस्तुति, मुख्य उद्बोधन तथा घोष वादक दलों द्वारा घोषवादन एवं व्यूह रचना का प्रस्तुतिकरण होगा।
घोष पथ संचलन में प्रान्त के चयनित घोष दलों के भैया बहिन सम्मिलित होंगे, जिसमें प्रत्येक दो घोष दल के मध्य में क्रमश: छत्रपति शिवाजी महाराज, महारानी लक्ष्मीबाई, विद्या भारती प्रतीक चिन्ह, अमर शहीद गुरूपुत्र, दाताबन्दी छोड़ आदि चलित झाँकियाँ रहेंगी। तथा ग्वालियर महानगर में संचालित सरस्वती शिशु मंदिरों द्वारा स्वागत द्वारों का निर्माण किया जायेगा, जहाँ प्रत्येक विद्यालय द्वारा क्रमश: नदीगेट विद्यालय से शिन्दे की छावनी मार्कण्डेय महादेव मंदिर होते हुए रानी लक्ष्मीबाई समाधी तक पुष्प वर्षा कर स्वागत किया जायेगा। इसके साथ ही विभिन्न स्थानों पर सरस्वती शिशु मंदिरों द्वारा स्थाई झाँकियाँ सजाकर कार्यक्रम के भव्यता प्रदान की जायेगी।
स्थाई झाँकियों के रूप में श्री राम दरबार, संगीत नगरी ग्वालियर से परिचय माता शबरी, पंडित मदन मोहन मालवीय, स्वामी विवेकानन्द रामेश्वरम स्थापना आदि रहेगी। सभी घोष दलों के पथ संचलन कार्यक्रम में विद्यालयों में अध्ययनरत् भैया बहनों, अभीभावक प्रबंध समीति सदस्य तथा पूर्व छात्र एवं समाजजनों द्वारा पुष्प वर्षा कर स्वागत एवं उत्साहवर्धन किया जायेगा। इस अवसर पर विद्या भारती मध्य भारत प्रांत के सह प्रांत प्रमुख चंद्रहंस पाठक, तरुण मित्तल, संदीप शर्मा, प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।