ग्वालियर, न.सं.। ऑनलाइन शॉपिंग का ट्रेंड लगातार बढ़ता जा रहा है। घर बैठे-बैठे लोग कपड़े से लेकर जूलरी, सजावट, किचन, ग्रॉसरी कुछ भी खरीद सकते हैं। इसी वजह से ये ट्रेंड और भी ज्यादा पॉपुलर हो रहा है। इसी को देखते हुए एक स्कूल संचालक द्वारा किसानों के लिए भी ऑनलाइन शॉपिंग एप तैयार किया है। जिसमें माध्यम से किसान घर बैठे खेती के लिए उपयुक्त हर प्रकार की सामग्री मंगा सकते हैं।
दरअसल किसानों को घर बैठे ही सभी प्रकार की आवश्यक चीजें उपलब्ध हो सकें। इसके लिए ड़बरा के एक स्कूल संचालक 40 वर्षीय मनमोहन गुर्जर द्वारा एक एप लॉच किया है, जिसका नाम किसान मॉल रखा गया है। मनमोहन का कहना है कि एप के माध्यम से किसान अपने खेती-किसानी के लिए उचित दर और बढिय़ा गुणवत्ता के जरूरी सामान खरीद सकेंगे। इसके अलावा कृषि के अन्य उपकरण और सामग्री यहां से वे खरीद सकेंगे। कृषि से संबंधित सारे यंत्र, खाद-बीज आदि मिलेंगे। वहीं किसान एप के माध्यम से पशुओं के लिए भी आहार खरीद सकेंगे। उन्होंने बताया कि एप डेढ़ माह पूर्व ही लॉच किया गया है। वर्तमान में एप से अभी 200 किसान जुडे चुके हैं, जिन्होंने ऑनलाइन शॉपिंग की है।
श्री गुर्जर का कहना है कि फिलहाल एप के माध्यम से अभी डबरा क्षेत्र के किसानों को ही जोड़ा जा रहा है। इसके बाद अन्य जगहों के किसानों को भी जोड़ा जाएगा।
लॉक डाउन के दौरान आया विचार
मनमोहन का कहना है किसानों को खेती की सामग्री के लिए परेशान होना पड़ता है। लॉक डायन में भी किसान खेती किसानी की सामग्री के लिए बहुत परेशान हुआ था। इसी के चलते उन्हें विचार आया कि क्यों न किसान के लिए भी ऑनलइन शॉपिंग एप तैयार किया जाए। इसलिए डेढ़ वर्ष तक काम करने के बाद एप लॉच किया गया।
सीएआईई की मदद से कर रहे विस्तार
किसान मॉल एप के प्रबंधन अभिषेक तोमर का कहना है कि कृषि विश्वविद्यालय के सेन्टर फॉर एग्री बिजनेस (सीएआईई) द्वारा उनके एप के विस्तार में मदद की जा रही है। इसके लिए सेन्टर द्वारा एक ऑफिस भी उपलब्ध कराया गया है।
रेपुटेड कंपनियों को ही जोड़ रहे एप से
किसानों को खेती-किसानी के लिए उचित दर और बढिय़ा गुणवत्ता मिल सके। इसके लिए एप पर रेपुटेड कम्पनियों को ही जोड़ा जा रहा है। इसके अलावा यह भी देखा जा रहा है कि किसान किस कम्पनी की दवाएं व खाद्य उपयोग कर रहे हैं।
सरकार की योजनाओं का भी दिया जाएगा लाभ
एप के माध्यम से किसानों को सिर्फ सामग्री उपलब्ध कराने के साथ ही केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का लाभ पहुंचने में भी मदद की जाएगी। इसके अलावा किसान की खेती अच्छी हो सके। इसके लिए समय-समय पर उचित सलाह भी दी जाएगी।