ग्वलियर, न.स.। जिले में चिकित्सकों की कमी के कारण स्वास्थ्य सेवाएं बिगड़ती जा रही हैं। इसी के चलते सिविल अस्पताल में पहुंच रहे मरीजों को अल्ट्रासाउण्ड कराने के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है और आठ किलोमीटर दूर जिला अस्पताल में जाकर जांच करानी पड़ रही है।
दरअसल सिविल अस्पताल में पदस्थ रेडियोलॉजिस्ट डॉ. आर.आर. चतुर्वेदी के बीआरएस लेने के बाद सेवानिवृत्त चिकित्सक डॉ. वी. खटोड को इस शर्त पर रखा गया था कि उन्हें प्रति अल्ट्रासाउण्ड 200 रुपए दिए जाएंगे। लेकिन छह माह तक सिविल अस्पताल हजीरा में डॉ. खटोड द्वारा सेवाएं देने के बाद भी उनका भुगतान नहीं किया गया। जिस कारण उन्होंने अपनी सेवाएं देना बंद कर दीं। जिस कारण सात माह से अस्पताल की अल्ट्रासाउण्ड मशीन धूल खा रही है और मरीजों को इलाज के लिए परेशान होना पड़ रहा है। डॉ. खटोड़ ने बताया कि छह माह काम करने के बाद एक भी भुगतान नहीं किया गया है। इसलिए उन्होंने सेवाएं देने से बंद कर दिया है।
इनका कहना है
सिविल अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट चिकित्सक की व्यवस्था करने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र लिखा गया है। साथ ही यह भी अनुमति मांगी गई है कि जब तक रेडियोलॉजिस्ट नियुक्त नहीं होता तबतक निजी केन्द्र से काम कराया जाए।
-डॉ. मनीष शर्मा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी