हत्या की सनसनीखेज घटनाओं का खुलासा नहीं कर सकी पुलिस, आरोपी बेसुराग

सिकंदर, पारस और राजेश को हमलावरों ने पुरानी रंजिस पर उतारा था मौत के घाट

Update: 2020-06-28 01:00 GMT

ग्वालियर, न.सं.। कोरोना वैश्विक महामारी के बीच अब जिले में अपराधियों ने हत्या लूट और डकैती की संगीन घटनाओं को अंजाम देकर पुलिस के सामने चुनौती पेश कर दी है। इसी बीच आपसी दुश्मनी में मुरार और सिरोल थाना क्षेत्र में तीन लोगों की हत्या की घटनाएं हो चुकी हैं, जिनके आरोपी आज तक गिरफ्तार नहीं किए जा सके हैं। जबकि पीडि़त परिवार पुलिस से बार बार आरोपियों को पकडऩे की गुहार लगा रहे हैं।

मुरार थाना क्षेत्र के जड़ेरुआ गांव के पास दो दशक से ज्यादा पुरानी रंजिस पर सिकंदर नरवरिया की देशराज गुर्जर उसके साथियों ने घात लगाकर हत्या को अंजाम दिया था। इसी थाना क्षेत्र में राजेश गुर्जर की भी हमलावरों ने पुरानी रंजिस पर तबाड़तोड़ गोलियां चलाकर हत्या कर दी थी। मुरार थाने से महज आधा किलो मीटर दूर सिरोल में पारस जौहरी को उसके घर में ही धारदार हथियार से मौत के घाट उतार दिया था। पुलिस डेढ़ माह से भी ज्यादा समय से तीनों ही हत्या के आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। जबकि बदमाश अब सड़कों पर उतर आए हैं और हर दिन लूट, डकैती और चोरी की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। इसके बावजूद पुलिस सक्रिय नहीं है और उसकी सुस्ती का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि एक पखबाड़े में ही अपराध का ग्राफ तेजी से बढ़ा है।

13 मई को सिकंदर की हत्या-

जड़ेरुआ में दूधिए सिकंदर नरवरिया की देशराज, धर्मवीर, वासुदेव गंधर्व, शेरु निरंजन और दीवान ने घेरकर मौत के घाट उतारा था। देशराज गुर्जर के बाद कोई भी आरोपी नहीं पकड़े गए। जबकि फरियादी पक्ष गांव से पलायन करने पर मजबूर है।

पारस के हत्यारे आज तक बेसुराग

छह जून को घर में घुसकर पारस जौहरी की हत्या किसने की है पुलिस आज तक यह सुराग नहीं लगा सकी। जबकि इस हत्याकांड को लेकर काफी हायतौबा मची और एक पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल पर महला तक हुआ और व घायल हो गए थे।

राजेश के हत्यारे घरों से फरार

16 जून को राजेश गुर्जर की हत्या रमेश के बेटे विनय संटू पाल उसके दोस्त प्रदीप पाठक, प्रिंस अरोरा और प्रदीप मावई ने की थी। पुलिस इस प्रकरण में भी खाली हाथ है। राजेश की हत्या रंगदारी को लेकर हुई है। दोनों पक्षों में कई बार गोलियां चल चुकी थीं फिर भी पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझा नहीं और हमलावर सरेराह घटना करके फरार हो गए।

अपराध शाखा के तेजतर्रार अधिकारी भी असफल

पारस की हत्या की जांच तेजतर्रार अपराध शाखा के अधिकारी से लेकर थाना प्रभारी, सिरोल थाना प्रभारी और अजाक्स एसडीओपी स्तर के अधिकरी कर रहे हैं लेकिन सब असफल साबित हुए। जबकि सिरोल थाना प्रभारी केपीएस यादव अब थाने से भी स्थांनारित होकर रवानगी डाल चुके हैं।

भयभीत परिवार लगा रहे न्याय की गुहार

सिकंदर का परिवार देशराज गुर्जर के साथियों के आतंक से भयभीत होकर पुलिस अधिकारियों से आरोपियों को पकडऩे की गुहार लगा रहा है। वहीं पारस जौहरी की हत्या किसने की अभी यह राज ही बना हुआ है। दलित नेता आरोपियों को पकडऩे के लिए चौराहों पर तम्बू गाड़कर प्रदर्शन कर रहे हैं।

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