ग्वालियर, न.सं.। विद्युत संधारण के नाम पर कर्मचारियों की मनमानी के चलते लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लक्ष्मीगंज में बिना किसी पूर्व सूचना के विद्युत कटौती का यह खेल महीने में कई बार किया जा रहा है। कभी कभी एक ही स्थान की समस्या को महीने में चार पांच बार सुधारने की प्रक्रिया अपनाई जाती है। जबकि वह कार्य मात्र पांच मिनट का ही होता है।
माटी कला बोर्ड मध्यप्रदेश शासन के पूर्व संचालक जवाहर प्रजापति ने सीएम हैल्प लाइन पर भी इस आशय की शिकायत की, लेकिन कुछ दिनों ठीक चलने के बाद फिर उसी स्थिति में लक्ष्मीगंज मरघटखाना पावर हाउस के अधिकारी आ जाते हैं। यहां तक कि लक्ष्मीगंज क्षेत्र का बिजली विभाग रात हो या दिन में कई-कई बार बिजली कटौती कर देते हैं। आलम यह है कि विभाग बिजली कटौती तो कर देता है लेकिन उसके बाद आपूर्ति को चालू नहीं करता है। तब भोपाल स्थित शिकायत शाखा में शिकायत दर्ज करवा देने के बाद ही विद्युत आपूर्ति पुन: चालू होती है।
बिजली विभाग की इस अवैध बिजली कटौती के कारण भीषण गर्मी में लोगों की हालत बद से बदतर हो रही है। लॉकडाउन के समय में पुलिस विभाग द्वारा लोगों को घरों में रहने के लिये कहा जा रहा था, लेकिन उन दिनों भी कटौती की जा रही थी। बिना बिजली के लोगों को मजबूरीवश घरों में रहना पड़ा था। ऐसा लगता है कि बिजली विभाग के अधिकारियों को उमस भरे माहौल का अंदाज ही नहीं है, तभी वे लोगों को परेशान करने की नीयत से बिजली कटौती कर रहे हैं।