ग्वालियर / वेब डेस्क। जीवाजी विश्वविद्यालय के पूर्व कुलसचिव एवं राजनीतिक विज्ञान विभाग के प्रमुख डॉ एपीएस चौहान का आज तड़के मेदांता अस्पताल, दिल्ली में निधन हो गया। दो दिन पूर्व तबीयत बिगड़ने पर एअरलिफ्ट के जरिए मेदांता में भर्ती कराए गए थे। प्रो. चौहान किडनी एवं अन्य रोगों से पीड़ित थे। उनके निधन की खबर से विश्वविद्यालय सहित शुभचिंतकों में शोक है।
शिवपुरी जिले की खोड रियासत के यह राजकुमार सिर "एपीएस सर " के नाम से विख्यात थे । प्राथमिक शिक्षा शिवपुरी से करने के बाद वे छात्र राजनीति में हाथ आजमाने ग्वालियर आये । यहां माधव कॉलेज से छात्रसंघ अध्यक्ष का चुनाव लड़े । जीवाजी विवि में सचिव बने । उंन्होने पोलिटिकल साइंस से एम ए किया तो वे अध्यययन से प्रेम करने लगे । एमफिल और पीएचडी करने दिल्ली चले गए और जेएनयू में भर्ती हो गए । यहां से वे गांधीवादी और राजनीति के विशेषज्ञ बनकर निकले । वे जीवाजी विवि की सेवा में आ गए । वे राजनीति विज्ञान अध्ययन शाला के प्रमुख थे । उंन्होने चम्बल अंचल में बालििका भ्रूण हत्या के खिलाफ काफी सार्थक काम भी किया । वे काफी समय से फेंफड़े और गुर्दा रोगों की समस्याओं से जूझ रहे थे और महज तिरेसठ साल की उम्र में बीती देर रात दिल्ली के एक निजी होस्पिटल में उंन्होने अंतिम सांस ली ।