59 वर्ष बाद विलक्षण लक्ष्मी-नारायण योग में मनेगा पुष्य नक्षत्र

24 घंटे 42 मिनट तक रहेगा योग

Update: 2020-11-06 01:00 GMT

ग्वालियर, न.सं.। दीपावली के त्यौहार को आठ से नौ दिन का समय रह गया है। दीपावली पर बाजार गुलजार हो रहे हैं और जमकर खरीदारी चल रही है। दीपावली से सात दिन पहले खरीदारी के लिए महासंयोग बन रहा है। इस बार पुष्य नक्षत्र 24 घंटे 42 मिनट तक रहेगा, जिससे बाजारों में खरीदारी की धूम रहेगी। ऐसे में करोणों रुपए का कारोबार होने की संभावना है। व्यापार अच्छा चलने से व्यापारियों के चेहरे खिले हुए हैं।

ज्योतिषाचार्य सतीश सोनी के अनुसार वर्ष 2020 में दीपावली से सात दिन पहले शनि और रवि पुष्प नक्षत्र योग आ रहा है। यह योग 07 और 08 नवंबर को 24 घंटे 42 मिनट के लिए रहेगा। इस माह मुहूर्त के दौरान धनतेरस व दीपावली से पहले खरीदारी करना शुभ रहेगी। शनिवार और रविवार को नक्षत्रों का राजा पुष्य नक्षत्र का अद्भुद संयोग समृद्धि देने वाला और संपत्ति व आय को बढ़ाने वाला होगा। शुभ कार्यों के साथ खरीदारी के लिए इस योग में मूल्यवान वस्तु आभूषण, वाहन, चल-अचल संपत्ति की खरीदारी चिरस्थाई रहती है।

यह रहेगा मुहूर्त

इस बार खरीदारी का मुहूर्त पुष्य नक्षत्र दो दिन रहेगा 59 वर्ष बाद विलक्षण लक्ष्मी नारायण योग में आ रहा है। 07 नवंबर, शनिवार को सुबह 8.05 से पुष्य नक्षत्र का आरंभ होगा जो कि रविवार को सुबह 8.05 बजे तक रहेगा। इस दौरान हर प्रकार की वस्तुओं की खरीदारी की जा सकेगी। शनिवार और रविवार को पुष्य नक्षत्र होने से यह शनि पुष्य नक्षत्र कहलाएगा।


नक्षत्र के स्वामी रहेंगे अपनी-अपनी राशि में

ज्योतिषाचार्य ने बताया कि 27 नक्षत्रों में पुष्य नक्षत्र आठवां नक्षत्र होता है। इस नक्षत्र का दशा प्रतिनिधि शनि होने के कारण इसमें किए गए काम चिरस्थाई होते हैं। पुष्य नक्षत्र का स्वामी शनि एवं उप स्वामी बृहस्पति होते हैं। इस बार नक्षत्र के स्वामी अपनी-अपनी राशि में विराजित रहेंगे। मकर राशि में शनि तथा धनु राशि में बृहस्पति अपनी-अपनी राशि में रहकर इस दिन दुर्लभ संयोग बना रहे हैं। वही सर्वार्थ सिद्धि योग व रवि योग इसके साक्षी बनते हैं तो दिन पुण्य लाभप्रद माना जाता है।

शनि पीड़ा से मुक्ति दिलाएगा शनि पुष्य नक्षत्र

शनि पुष्य नक्षत्र के संयोग में शनि की महादशा साढ़ेसाती ढैया या जन्म कुंडली में शनि से पीडि़त जातक यदि शनिदेव की इस दिन पूजा करते हैं तो शनि पीड़ा से मुक्ति पाकर जीवन को सुख सौभाग्य से परिपूर्ण कर सकते हैं।

इस प्रकार होता है लाभ

ज्योतिषाचार्य ने बताया कि इस शुभ योग में आभूषण खरीदना समृद्धिकारकर होता है। इस दिन नई जमीन, मकान एवं वाहन खरीदना भी जीवन में स्थायित्व प्रदान करता है। आज के शुभ योग में मोती संख्या दक्षिणावर्ती शंख और श्री यंत्र का दुकान प्रतिष्ठान में स्थापित करने से व्यापार में अप्रत्याशित उन्नति और लाभ होता है। इस दिन बर्तन वस्त्र और साज-सज्जा का सामान खरीदने से जीवन में ऐश्वर्य और प्रगति चिरकाल तक विद्यमान रहती है।

हॉलमार्क और बिल वाला ही सोना खरीदें

दीपावली और नक्षत्रों का योग शुरू हो गया है। इस दिन खरीदारी और दूसरे शुभ कार्य करने का विशेष महत्व होता है। इस दौरान खरीदारी करने से घर में बरकत आती है। बाजार में इस समय सोना 53 हजार रुपए प्रति दसग्राम तो चांदी 62 हजार रुपए किलो के भाव से बिक रही है। ऐसे में सराफा बाजार में होने वाली ठगी से बचने के लिए हॉलमार्क और बिल वाला ही सोना खरीदें, नहीं तो आपके साथ बड़ा धोखा हो सकता है। सोना-चांदी की खरीदी केवल पहचान की दुकान से ही करें। दीपावली के समय सराफा बाजार में नकली सोना-चांदी की जबरदस्त बिक्री शुरू हो जाती है। ऐसे में जागरूक रहना बहुत जरूरी है। ठोस या जेवराती सोना खरीदते समय हॉलमार्क का ध्यान रखें। हॉलमार्क का निशान होने पर सोना खरीदें। दुकानदार से सोने की शुद्धता का प्रमाण पत्र और पक्का बिल अवश्य लें। साथ ही सोने का सिक्का लेते समय विशेष ध्यान रखें। सोने का असली सिक्का गिरने पर भारी आवाज करता है जबकि नकली सिक्का एक अजब सी आवाज करता है।

ऐसे पहचान करें हॉलमार्क की

हॉलमार्क का निशान शुद्धता की गारंटी है। हॉलमार्क से सोने की शुद्धता को जांचा जा सकता है। ठगी से बचने के लिए यह जानना जरूरी है कि सोने पर लगा हॉलमार्क असली है या नकली। असली हॉलमार्क पर भारतीय मानक ब्यूरो का तिकोना होता है, इसे देखकर ही सोने की खरीददारी करें। इस पर सोने की शुद्धता लिखी होती है।

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