ग्वालियर, न.सं.। शहर में बन रहे आरओबी के निर्माण में तेजी आएगी। साथ ही इंटरसिटी को चलाने के लिए भोपाल मंडल के डीआरएम से चर्चा की जाएगी। यह बात बुधवार को ऑनलाइन प्रेसवार्ता के दौरान डीआरएम संदीप माथुर ने पत्रकारों से कही।
उन्होंने एक सवाल के जवाब में बताया कि ग्वालियर-इंदौर और रतलाम के बीच चलने वाली इंटरसिटी को चलाने के लिए पश्चिम मध्य रेलवे से मंजूरी नहीं मिली है। इस कारण अभी इस ट्रैक पर ट्रेनें नहीं चल रहीं। इसके लिए वह भोपाल मंडल के डीआरएम से बात करेंगे। साथ ही इस ट्रेन को चलाने के लिए प्रस्ताव भी भेजेंगे। उन्होंने कहा कि धौलपुर से बबीना के बीच 130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेनें दौड़ेंगी। इसके लिए ट्रैक को ठीक किया जा चुका है। डीआरएम ने बताया कि अगस्त में ही मंडल के रायरू माल गोदाम से बांग्लादेश के लिए 2 रैक लोड किए गए हैं, जिससे मंडल को 1.8 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ है। मंडल के द्वारा किए जा रहे विशेष प्रयासों से कोविड के दौरान हुई लदान में कमी को पूर्ण किया जा रहा है तथा पिछले वर्ष की तुलना में बेहतर प्रदर्शन हेतु मंडल आगे बढ़ रहा है। इसके साथ ही माल गोदामों के विकास के लिए प्रथम चरण में रायरू, दतिया तथा भीमसेन माल गोदाम को चिन्हित किया गया है। इन माल गोदाम में उजाले का स्तर बढ़ाने, पीने के पानी की उचित व्यवस्था तथा साज सज्जा की जाएगी। मर्चेंट रूम की व्यवस्था की जा रही है। इसके अतिरिक्त टीकमगढ़ स्टेशन को लदान के लिए खोले जाने पर भी विचार किया जा रहा है। भारतीय रेल माल लदान को वर्ष 2024 तक दोगुना करने के महत्वाकांक्षी लक्ष्य पर काम कर रही है। इसे प्राप्त करने के लिए भारतीय रेल गैर थोक वस्तुओं के परिवहन में बड़े पैमाने पर प्रवेश करने के साथ-साथ कोयला, पीओएल, स्टील, सीमेंट, लौह अयस्क, खाद्यान्न, उर्वरक जैसी पारंपरिक वस्तुओं की ढुलाई में अपनी हिस्सेदारी को बढ़ाने के लिए प्रयास कर रही