परिवहन विभाग को 36 करोड़ के राजस्व का नुकसान

कोरोना काल में नहीं चले यात्री वाहन

Update: 2020-06-06 00:57 GMT

ग्वालियर, न.सं.। कोरोना वायरस का असर परत दर परत देखने को मिलने लगा है। लॉकडाउन के कारण यात्री वाहनों का संचालन नहीं होने और कार्यालय नहीं खुलने की वजह से परिवहन विभाग को 72 दिन में लगभग 36 करोड़ के राजस्व का नुकसान हो चुका है। वहीं बसों का संचालन बंद होने के कारण राजस्व का नुकसान और बढ़ता जा रहा है।

जानकारी के अनुसार परिवहन विभाग के पास विभिन्न मदों से प्रतिदिन लगभग 50 लाख रुपए का राजस्व आता है। महीने की बात करें तो यह राजस्व 15 करोड़ और वर्ष में लगभग 176.8 से 180 करोड़ रुपए का राजस्व आता है। वहीं परिवहन विभाग में लायसेंस का नवीनीकरण और फिटनिस कराने के आने वालों की संख्या भी कम है, इससे भी राजस्व प्रभावित हो रहा है। परिवहन विभाग की फ्लाइंग द्वारा भी अभी काम नहीं करने से राजस्व पर असर पड़ रहा है। राज्य सरकार द्वारा लॉकडाउन की अवधि में बसों का कर माफ नहीं होने पर पिछले चार दिनों से बसें, बस स्टैण्ड पर खड़ी हुई हैं। यात्रियों के नहीं आने से बस स्टैण्ड सूने पड़े हैं। बस सर्विस यूनियन के हेम सिंह यादव ने कहा कि जब तक हमारी बसों का कर माफ नहीं हो जाता हम बसों का संचालन नहीं करेंगे।

टैम्पो चालक वसूल रहे हैं अधिक किराया

सरकार की गाइड-लाइन के अनुसार प्रशासन ने तय किया है कि एक टैम्पो में केवल तीन सवारियों को बैठाया जाएगा। सवारियों की संख्या कम होने के कारण टैम्पो चालक दोगुना तक किराया वसूल रहे हैं। जबकि पहले एक टैम्पो में 8 से 9 सवारियां बैठाई जाती थीं। 

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