इस बार महंगे नहीं मिलेंगे पटाखे, स्वदेशी की रहेगी भरमार

-चायना के पटाखों की बिक्री बंद, सजने लगने लगा बाजार

Update: 2020-11-07 01:15 GMT

ग्वालियर, न.सं.। आतिशबाजी चलाने वालों के लिए खुशखबरी यह है कि इस बार उन्हें पटाखे महंगे नहीं खरीदने होंगे। लोगों को पटाखे सामान्य दामों पर ही मिलेंगे। वहीं इस बार बाजार में चायना के पटाखों की बिक्री नहीं होगी। बाजार में देशी पटाखे ही बिकेंगे।

प्राप्त जानकारी के अनुसार दीपावली पर ग्वालियर में चार से पांच करोड़ रुपए की आतिशबाजी जलाई जाती है। इसमें से काफी पैसा चीनी पटाखों की बिक्री होने पर चीन के खाते में चला जाता था, लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा। चीनी पटाखों की बिक्री पर प्रतिबंध लगने से शहर का पैसा शहर में रहेगा और स्वदेशी लोगों को रोजगार भी मिल सकेगा। जिससे वह अपनी दीपावली को और खुबसूरत रूप से मना सकेंगे। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पड़ौसी देश चीन के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए चीनी पटाखों के बेचने व उनके उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया है। चीनी सामान बेचने वालों पर दण्डात्मक कार्रवाई का प्रावधान भी तय किया है। सरकार के सख्त रवैए से व्यापारियों ने भी चीनी पटाखों से तौबा कर ली है। व्यापारी भी देशी पटाखों को अहमियत देकर इन्हें बेच रहे हैं। गिरवाई पर आतिशबाजी की 14 थोक की दुकानें लग चुकी हैं। वहीं ग्वालियर व्यापार मेला भी आतिशबाजी की 206 दुकानें लगने जा रही हैं।

स्वदेशी की बढऩे लगी मांग

चीनी सामान के बहिस्कार का चलन लगातार बढ़ता जा रहा है। इलेक्ट्रानिक आइटमों के साथ-साथ अन्य सामग्री का भी लोग परित्याग कर रहे हैं। यही वजह है कि पटाखा बाजार में भी इस बार इसका बहिस्कार हो रहा है। अभी तक बहुतायत में चीनी पटाखों का उपयोग होता था और कारोड़ों रुपए का हर साल कारोबार शहर में हो जाता था। लेकिन सरकार की सख्ती एवं लोगों की जागरुकता से इस बार इन्हें बाय-बाय कर दिया गया। अब स्वदेशी पटाखों की मांग बढऩे लगी है और इसका बाजार भी इस बार बढऩे के आसार हैं।

इनका कहना है

'इस बार पटाखे महंगे नहीं हैं। बाजार में देशी पटाखे ही मिल रहे हैं। चायना के पटाखे तो मंगाना बंद हो गए हैं।Ó कहीं न कहीं लोग इस बार इसका बहिस्कार कर रहे हैं।

गिर्राज अग्रवाल, पटाखा कारोबारी 

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