कमलनाथ के 15 माह का शो सबने देखा, अब क्या दिखाएंगे: सिंधिया
पहली बार मुखर्जी भवन पहुंचे सिंधिया, संभागीय संगठन मंत्री से बंद कमरे मेें एक घंटे की चर्चा
ग्वालियर, विशेष प्रतिनिधि। राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एक तरह से पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को चुनौती दी है कि वे ग्वालियर में अब काहेका रोड शो करने आ रहे हैं। उनके 15 माह के कार्यकाल को शो तो प्रदेश की जनता देख चुकी है। उन्होंने कहा कि उप-चुनाव में उनके हाथ खाली हैं और हमारे हाथों में विकास की गंगा है। इसलिए 27 विधानसभा में भाजपा प्रत्याशियों को जीतने से कोई नहीं रोक सकता। यह बात श्री सिंधिया ने शुक्रवार को सुबह पहली बार भाजपा मुख्यालय मुखर्जी भवन पहुंचने के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए कही। वे करीब एक घंटे तक संभागीय संगठन मंत्री आशुतोष तिवारी से बंद कमरे में चर्चा करते रहे।
उन्होंने कहा कि वे पहली बार भाजपा कार्यालय आए हैं। यह मेरे लिए मंदिर के समान है। मैं इसके पहले इंदौर, उज्जैन और भोपाल भी गया था तब वहां भाजपा के कार्यालय जरूर गया। पार्टी ने मुझे ऐसा करने को नहीं कहा लेकिन मेरी स्वयं की इच्चा हुई कि भाजपा कार्यालय जाया जाए इसलिए मैं कार्यकर्ताओं के बीच आया हूं। यहां सभी नेता नहीं कार्यकर्ता हैं। कमलनाथ के 12 सितम्बर से ग्वालियर आगमन के दौरान रोड शो और अन्य आयोजन के सवाल पर श्री सिंधिया ने कहा कि उनका शो सभी देख चुके हैं अब वे यहां आकर क्या कर लेंगे, क्योंकि उनका शो पहले ही पिट चुका है। वैसे लोकतंत्र में सबको अपनी-अपनी विचारधारा के लिए काम करने की छूट है। इसलिए वे अपनी विचारधारा के लिए ग्वालियर आ रहे हैं तो उनका स्वागत है।
आंगनवाडिय़ों में अंडे के सवाल को सत्ता पर टाला
श्री सिंधिया से जब पूछा गया कि महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी आंगनवाडिय़ों में बच्चों को अंडा खिलाने पर जोर दे रही हंैं इस पर उन्होंने सीधे कोई जवाब नहीं देते हुए कहा कि पार्टी में संगठन और सत्ता दोनों के अलग-अलग कार्य होते हैं। चूंकि सत्ता में शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री हैं और इमरती देवी मंत्री हैं यदि वे कोई निर्णय ले रहे हैं तो यह सवाल उनसे ही पूछा जाए। मैं तो संगठन के लिए यहां आया हूं।
कार्यकर्ता संगठन की रीढ़
राज्यसभा सदस्य श्री सिंधिया ने कहा कि कार्यकर्ता किसी भी पार्टी में रीढ़ की हड्डी की तरह होता है। कार्यकर्ताओं की मेहनत पर किसी भी नेता या दल को जनसेवा के पद पर सेवा करने का अवसर मिलता है। कार्यकर्ताओं को साथ लेकर सभी नेताओं को सही पथ पर चलना चाहिए। कार्यकर्ताओं के सम्मान की रक्षा करने का सभी नेताओं का दायित्व होना चाहिए। उन्होंने कहा कि उपचुनाव हमारे सामने हंै। भारतीय जनता पार्टी हर चुनाव को गंभीरता से लेकर कार्य करती है। इस उपचुनाव को भी हम सभी को गंभीरता से लेना चाहिए। एक.एक नेता कार्यकर्ता के समान जमीन पर पूरी तरह से डटकर भारतीय जनता पार्टी का झंडा लहराएगा।
संगठन मंत्री से की संगठनात्मक चर्चा
इसके पहले सुबह 9.40 बजे श्री सिंधिया मुखर्जी भवन पहुंचे तो उनके स्वागत में कार्यकर्ता तैयार खड़े थे। प्रथम तल पर डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण के दौरान उन्होंने वहां मौजूद नेता व कार्यकर्ताओं से परिचय प्राप्त किया। तत्पश्चात् वे द्वितीय तल पर संभागीय संगठन मंत्री आशुतोष तिवारी के कक्ष में उनसे मुलाकात करने पहुंचे। शुरू में कुछ नेता भी उस बंद कमरे में रहे किंतु फोटो सेशन के बाद सभी बाहर आ गए और दोनों नेताओं ने लगभग एक घंटे तक संगठनात्मक चर्चा की।
जयसिंह और समीक्षा भी पहुंचीं
पिछले दिनों महानगर अध्यक्ष की नियुक्ति का विरोध कर रहे वरिष्ठ भाजपा नेता जयसिंह कुशवाह लंबे समय बाद मुखर्जी भवन में दिखाई दिए। जबकि उनके साथ विरोध करने वाले अन्य नेता यहां नहीं आए। वहीं 21 माह बाद भाजपा में लौटी पूर्व महापौर समीक्षा गुप्ता भी पार्टी मुख्यालय पर मौजूद रहीं। वे सिंधिया से अलग से चर्चा करना चाहती थीं, जिसके लिए उन्होंने लंबा इंतजार किया। वहीं वरिष्ठ भाजपा नेता वेदप्रकाश शर्मा ने श्री सिंधिया को पं. दीनदयाल उपाध्याय द्वारा प्रतिपादित एकात्म मानववाद पुस्तक भेंट की। यह पुस्तक भाजपा का मूलदर्शन है।
सिंधिया मुखर्जी भवन तो भाजपा पहुंची महल
यह बड़ा संयोग सामने आया कि सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया आज पहली बार मुखर्जी भवन पहुंचे। वहीं इसके बाद भाजपा के मंडल अध्यक्षों की बैठक के लिए भाजपा नेता रानी महल में दिखाई दिए। इस दौरान सुबह से लेकर दोपहर तक मंत्री व नेताओं का जमावड़ा रहा।
यह रहे मौजूद
इस अवसर पर मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, जिला अध्यक्ष कमल माखीजानी, जिलाध्यक्ष ग्रामीण कौशल शर्मा, वरिष्ठ भाजपा नेता वेदप्रकाश शर्मा, राजेश सोलंकी, डॉ. अरविंद राय, राजेश दुबे, विनोद शर्मा, प्रमोद खंडेलवाल, मोहन सिंह राठौर, पूर्व सरपंच सुरेन्द्र शर्मा, पूर्व सभापति राकेश माहौर, हरीश मेवाफरोश, रामवरन सिंह गुर्जर, किशन मुद्गल, सुधीर गुप्ता, बिरजू शिवहरे, कौशलेन्द्र सिंह घुरैया, प्रमोद पांडे, सत्येन्द्र शर्मा, गौरव भोसले, ऊषा चौहान, पवन सेन आदि उपस्थित रहे।