ग्वालियर। केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि अयोध्या में राम मंदिर में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आमंत्रण अस्वीकार करने वालों को जनता कभी माफ नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि 500 साल के संघर्ष के बाद मंदिर में रामलला विराजे हैं। प्रत्येक भारतीय को इस अवसर की लंबे समय से प्रतीक्षा थी, जो पूरी हुई है।श्री सिंधिया ने यह बात मंगलवार को सुबह पत्रकारों द्वारा राहुल गांधी के बयान के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में कही।
उन्होंने कहा कि 22 जनवरी का दिन देश के लिए ही नहीं विश्व के लिए ऐतिहासिक रहा है। इस दिन भगवान राम की भव्य मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा हुई है। समूचा विश्व इस अलौकिक क्षण का साक्षी बना। उन्होंने कहा कि इस आयोजन के प्रति देश की 140 करोड़ जनता की ही नहीं बल्कि समूचे विश्व में भगवान राम के आदर्श को मानने वालों की आस्था जुड़ी होने से यह आयोजन भव्य हो गया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कारण यह संभव हो पाया है। उन्होंने कहा कि भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अब देश को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में विश्व गुरु के रूप में स्थापित करना है। उन्होंने कहा कि 140 करोड भारतवासियों के संकल्प से भारत अपने इस मिशन में कामयाब होगा।