शताब्दी एक्सप्रेस को दिल्ली के लिए नहीं मिल रहे यात्री
-यात्रियों को लुभाने के लिए रेलवे डायनामिक फेयर कर सकता है खत्म
ग्वालियर,न.सं.। जहां जीटी एक्सप्रेस, भोपाल एक्सप्रेस, मंगला एक्सप्रेस में सेकंड एसी, व थर्ड एसी में 90 फीसदी से ज्यादा ट्रेनें फुल हो रही हैं। वहीं शताब्दी आधी खाली जा रही है। एसीएपी एक्सप्रेस के थर्ड एसी में तत्काल व वीआईपी कोटे की बर्थ खाली ही जा रही हैं। रेल प्रशासन को इन दोनों ट्रेनों के लगेज वैगन यानी मालभाड़े से उम्मीदें हैं कि इससे कुछ खर्चा रेलवे का निकलता रहेगा।
शताब्दी के एजीक्यूटिव श्रेणी में 12 और चेयर कार में 15 सीटें गुरुवार को खाली गई। यह वही शताब्दी है, जिसमें एक बर्थ पानी के लिए रेलवे मंत्रालय में बैठे अफसर वीआइपी कोटे के लिए प्रयास करते थे। कोरोना के कारण यात्री नहीं मिल रहे हैं। उधर यात्रियों को लुभाने के लिए रेलवे प्रशासन डायनामिक फेयर में राहत देने की तैयारी कर रहा है। इस पर रेलवे प्रशासन ने मंथन करना शुरू कर दिया है।
क्या होता है डायनेमिक फेयर
ट्रेन में डायनेमिक फेयर हवाई जहाज की तर्ज पर लिया जाता है। जहां शुरुआत में 10 फीसदी सीटों की बुकिंग के बाद होने वाली सीटों की बुकिंग पर डायनेमिक फेयर लगता है। इसके लगने से न्यूनतम किराए में डेढ़ गुना तक बढ़ोत्तरी हो जाती हैं। ऐसे में यात्रियों को डायनेमिक फिर से राहत दी जाए तो उनकी संख्या बढऩी तय है। इस बावत् रेलवे बोर्ड को भी सुझाव भेजा गया है।
इसलिए कम जा रहे लोग
रेलवे यात्रियों का मानना है कि शताब्दी में शारीरिक दूरी का पालन जिस हिसाब से होना चाहिए वह यात्रा के दौरान नहीं हो पा रहा है, इसलिए शताब्दी में कम लोग यात्रा कर रहे हैं। इस ट्रेन में वीआइपी व तत्काल को लेकर जो मारामारी होती थी अब वह खत्म हो गई है।