तीसरी लाइन के लिए बनने लगे छोटे ब्रिज, दो कंपनियां करेंगी काम
रेल विकास निगम ने पेड़ों को कटवाने का काम किया पूरा
ग्वालियर। धौलपुर से झांसी के बीच तीसरी रेल लाइन के लिए दतिया और सांक स्टेशन के पास जमीन समतल करने के साथ तीन बड़े और दस छोटे ब्रिज बनाने का कार्य शुरू हो गया है। इस ट्रैक पर 197 छोटे और 16 बड़े ब्रिज बनेंगे। इस काम को दो कंपनियां पूरा करेंगी। दो स्टील के ब्रिज बनाने का काम कोलकाता की कंपनी को सौंपा गया है।
झांसी से मथुरा के बीच 273 किलोमीटर में तीसरी रेल लाइन का काम स्वीकृत है। इस काम को झांसी से धौलपुर और धौलपुर से मथुरा के बीच बांटा गया है। इसमें झांसी से आंतरी के बीच नोएडा की केपीटीआई, आंतरी से धौलपुर के बीच गुडग़ांव की जीआर इन्फ्रा और धौलपुर से मथुरा के बीच दिल्ली की एसटीएस कंपनी को काम सौंपा गया है। झांसी से मथुरा के बीच नौ स्टील के ब्रिज (पुल) का निर्माण होगा, जिसको कोलकाता की जीपीटी इन्फ्रा कंपनी बनाएगी। रेल विकास निगम लिमिटेड ने रास्ते में लगे पेड़ों को काटने की अनुमति लेने के बाद इस काम को पूरा कर लिया है, साथ ही रास्ते की ड्राइंग, ब्रिज और सबवे बनाने के मानचित्र तैयार कर लिए गए हैं। दतिया और सांक स्टेशन के नजदीक जमीन समतल का काम तेजी से चल रहा है। तीन बड़े और दस छोटे ब्रिज बनाने का भी काम शुरू हो गया है। झांसी-धौलपुर सेक्शन के बीच 20 स्टेशन आते हैं। तीसरे ट्रैक के हिसाब से इन स्टेशनों पर भी उच्चीकरण का काम होगा। इनमें करारी, चिरूला, दतिया, सोनागिर, कोटरा, डबरा, सिमरिया ताल, अनंतपेठ, आंतरी, संदलपुर, सिथौली, ग्वालियर, बिरलानगर, रायरू, बानमोर, नूराबाद, सांक, मुरैना, सिकरौदा, हेतमपुर शामिल हैं।