केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ड्रोन से फहराया तिरंगा, ग्वालियर में देख लोग रह गए दंग
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया वर्चुअली तरीके से 16 अगस्त को शाम 4 बजे ड्रोन से 15 मिनट 400 फ़ीट ग्वालियर में तिरंगा फहराया।
ग्वालियर। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया हाई टेक अंदाज में तिरंगा फहराया । जिसका साक्षी ग्वालियर जिला बना, आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर बुधवार (16 अगस्त ) को नए ढंग से ड्रोन के जरिये ग्वालियर में तिरंगा फहराया। यह ध्वज 15 मिनट तक 400 फ़ीट की ऊचांई पर तिरंगा फहराया गया जिसे देख लोग दंग रहे गए । इस कार्यक्रम की शुरुआत केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया वर्चुअली तरीके से 16 अगस्त को शाम 4 बजे से किया गया। इस दौरान ड्रोन के जरिए ग्वालियर के उन 9 विकास कार्यों को दिखाया जो मंत्री ज्योतिरादित्य के नए ग्वालियर बनाने के लिए किए जा रहे प्रयासों का हिस्सा है।
इन प्रमुख विकास कार्यों से गुजरेगा ड्रोन-
जानकारी के मुताबिक जहां राष्ट्रीय ध्वज लेकर ड्रोन उड़ाया गया जो केंद्रीय मंत्री रिमोट से ऑपरेट कर रहे थे। जन निर्माणाधीन योजनाओं के ऊपर से गुजारा उनमे वे कार्य/परियोजनाएं शामिल किये गए जो ग्वालियर के कायाकल्प में अहम भूमिका निभा रहे हैं। जहाँ एक तरफ ड्रोन स्वर्णरेखा नदी के ऊपर बन रहे रु 1300 एलिवेटेड रोड़ के ऊपर से गुजरा, तो दूसरी तरफ यह शहर के सौंदर्यीकरण एवं नागरिकों की सुविधा के लिए रु 300 करोड़ की लागत से बनाए जा रहे ग्वालियर थीम रोड, मल्टी लेवल कार पार्किंग प्रोजेक्ट और बाड़ा पर हो रहे सौंदर्यीकरण के चित्र भी दर्शकों तक पहुंचाये । यह कार्यक्रम ऐसे ही अन्य विकास कार्यों को भी कवर किया , जैसे – शहर में बन रहे 4 प्रवेश द्वार, मोरार नदी का सौन्द्रीयकरण, नव संचालित 1000 बिस्तर अस्पताल, मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल आदि शामिल रहे ।
सिंधिया ने ही शुरू की पीएलआई स्कीम-
नागरिक उड्डयन मंत्रालय का कार्यभार सँभालने के साथ ही सिंधिया ने ड्रोन क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए नीतियों में बदलाव लाये थे – जिस से ज़्यादा से ज़्यादा युवाओं को इस क्षेत्र से जुड़ने का मौका मिले। इसी के बाद केंद्र सरकार ने केंद्र के उत्पादन को बढ़ावा देने और मेक इन इंडिया परियोजना को नयी ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए रु 120 करोड़ की Production Linked Incentive (PLI) स्कीम की भी शुरुआत की थी।
इन कंपनियों का रहेगा सहयोग-
उल्लेखनीय है कि यह आयोजन में देश के ड्रोन क्षेत्र में काम करने वाली 2 महत्वपूर्ण कंपनियों के सहयोग से किया गया – Bharat Drone Association और Garuda Aerospace आयोजको का दावा है कि यह ऐतिहसिक क्षण न सिर्फ भारत के अमृतकाल की पहचान बना। बल्कि ग्वालियर शहर में नगर विमानन क्षेत्र के बढ़ते प्रभाव का भी प्रतीक बना। यह कार्यक्रम – आज़ादी का अमृत महोत्सव प्रगतिशील और भारत के 75 वर्ष पूरे होने और यहां के लोगों, संस्कृति और उपलब्धियों के गौरवशाली इतिहास के जश्न का हिस्सा बनेगा और देश के गौरव – तिरंगे को 400 फीट ऊंचाई पर 15 मिनट के लिए फहराया गया ।