बाजारों में रही अफरा-तफरी, शहर में लगे जगह-जगह जाम
एक दिन में खरीद लिया एक माह का सामान
ग्वालियर, न.सं.। कोरोना संक्रमण के कारण प्रशासन द्वारा जैसे ही सात दिन के लॉकडाउन की घोषणा की गई, तो मंगलवार को आमजन इस तरह खरीददारी पर टूट पड़ा, जैसे अब बाजार कभी खुलेंगे ही नहीं। जिससे शहर मेें दिनभर अफरा तफरी और जाम का माहौल बना रहा। प्रशासन का कफ्र्यू 21 जुलाई तक लागू रहेगा। जिससे किराना और सब्जी कारोबारियों ने भी जमकर मौके का फायदा उठाते हुए काला बाजारी की। कफ्र्यू लगने की खबर से शहरवासियों में हडक़ंप मच गया है। इसलिए शहरवासियों ने मंगलवार को बाजारों में पहुँचकर एक दिन में एक-एक माह का सामान खरीदा। स्थिति यह हो गई कि शहर में जगह-जगह जाम लग गए, जिससे पैदल चलना तक मुश्किल हो गया। मंगलवार को शहर की कोई भी ऐसी दुकान नहीं थी जहां लोगों की भीड़ न हो। इस दौरान कई जगहों पर कालाबाजारी भी हुई है।
किराना और सब्जी की हुई ज्यादा खरीदारी:-
ग्राहकों के लिए शहर का दाल बाजार व अन्य किराना की दुकानें सुबह जल्दी खुल गई थीं। शहरवासियों ने यहां सुबह से ही पहुँचना शुरू कर दिया और आवश्यकता से अधिक किराना आदि की खरीदारी की गई। सुबह 10 बजे के बाद बाजारों में जो भीड़ जुटना शुरू हुई वह शाम तक देखी गई। सब्जियों में भी लोगों ने आलू, प्याज व अन्य सब्जियों का स्टॉक किया। मांग अधिक बढऩे के कारण सब्जी बिक्रेताओं ने भी इसके दाम बढ़ा दिए, जिससे आलू 50 रुपए किलो, टमाटर 120 रुपए तो धनियां 200 रुपए किलो तक बिका।
लॉकडाउन के बाद भी खुली रही शराब दुकानें
मंगलवार को शाम सात बजे के बाद से लॉकडाउन (कफ्र्यू) लागू होने के बावजूद शराब दुकानदारों ने प्रशासन को ठेंगा दिखाते हुए अपनी दुकानों खोली रखी। वैसे शहर की देशी-विदेशी शराब दुकानों पर यह बोर्ड लगे थे कि दुकानें 21 जुलाई तक सात दिन के लिए बंद रहेंगी। लेकिन पहले ही दिन शराब माफियाओं ने सरेआम इसका उल्लंघन कर डाला। इन दुकानो से सुरोप्रेमियोंं ने कंठ गीला करने के लिए सात दिन का स्टॉक जमा करने जमकर शराब की खरीददारी की।
मेडीकलों पर भी रही भीड़:-
भीड़ की तादाद मेडीकलों पर भी देखने को मिली। हालत यह थी कि लोगों को दवाई लेने में एक-एक घण्टे का इंतजार करना पड़ा, तब कहीं जाकर दवाई मिल पाई।
यहां भी रही भीड़:-
- गली मौहल्लों की छोटी व बड़ी दुकानों पर।
- हौजरी की दुकानों पर।
- पुडिय़ा, तंबाकू और शराब की दुकानों पर।
- सब्जी मंडियों में।
- रेडीमेट कपड़ों की दुकानों पर।
इनका कहना है:-
'प्रशासन के जल्द बाजी में लिए हुए निर्णय से शहर में अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया है। लॉकडाउन कोरोना संक्रमण को रोकने का हल नहीं है। प्रशासन को चाहिए कि वह शहरवासियों का ध्यान रखकर निर्णय ले।'
डॉ. प्रवीण अग्रवाल, मानसेवी सचिव, चेम्बर ऑफ कॉमर्स
'आज खेरीज किराना की दुकानों पर बहुत ज्यादा भीड़ रही है। पूरे शहर में दिनभर अफरा-तफरी की स्थिति रही। एक ही दिन में बिक्री दोगुना तक बढ़ गई। '
मनीष बांदिल, सचिव, दाल बाजार व्यापार समिति