शताब्दी एक्सप्रेस के आने से पहले चटकी रेल पटरी, टला बड़ा रेल हादसा
अगर मुख्य टिकट निरीक्षक की नजर नहीं पड़ती तो हो सकता था बड़ा हादसा, झांसी तक मचा हडक़ंप
ग्वालियर। ग्वालियर-झांसी रेल मार्ग पर अप लाइन पर पटरी टूट जाने से रेल प्रशासन में हडकंप मच गया। अगर प्रभारी मुख्य टिकट निरीक्षक की नजर नहीं पड़ती तो बड़ा रेल हादसा भी हो सकता था। वो तो गनीमत रही कि समय रहते उन्होंने रेल पटरी चटकी देखी व मामले की जानकारी तुरंत डिप्टी एसएस को दी। रेल पटरी टूटने के कारण शताब्दी और मिलेनियम जैसी महत्वपूर्ण ट्रेनों को दूसरे प्लेटफार्म से निकाला गया।
मिली जानकारी के अनुसार आज मंगलवार की सुबह प्लेटफार्म नंबर एक पर आने वाली नई दिल्ली से चलकर हबीबगंज जाने वाली 12002 अप शताब्दी एक्सप्रेस के सही समय पर आने की उद्घोषणा की जा चुकी थी, साथ ही शताब्दी से झांसी व भोपाल की यात्रा करने वाले यात्री व दिल्ली-आगरा से ग्वालियर आने वाले यात्रियों को रिसीव करने उनके परिजनों प्लेटफार्म पर पहुंचना शुरु हो गए थे। इसी बीच प्लेटफार्म नंबर एक पर सीटीआई कार्यालय से किसी काम के चलते बाहर प्लेटफार्म पर चहलकदमी करने के दौरान प्रभारी सीटीआई दिग्विजय सिंह तोमर को सीटीआई कार्यालय के पास रेल पटरी टूटी दिखाई दी तो वह सीधे भागते हुए डिप्टी एसएस कार्यालय पहुंचे व मामले की जानकारी मोहनराम चौबे को दी। इतना ही नहीं उन्होंने झांसी कंट्रोल को भी सूचना दी। ज्वाइंट पर रेल पटरी टूटने की सूचना बिना समय गवाएं ही इसकी जानकारी डिप्टी एसएस चौबे के माध्यम से डिप्टी एसएस ऑपरेटिंग, कमर्शियल कंट्रोल के साथ ही स्थानीय रेलवे के सीएण्डडब्लू विभाग के अधिकारियों को दी। पटरी टूटने की सूचना मिलते ही संबंधित विभाग के अधिकारी रेल कर्मियों लेकर मौके पर पहुंचे और पटरी को जोडऩे का काम शुरु किया। इस दौरान आगरा से आ रही शताब्दी एक्सप्रेस व मिलेनियम एक्सप्रेस को प्लेटफार्म क्रमांक दो से निकाला गया।
कुछ देर पहले ही निकली थी पैसेंजर
प्लेटफार्म क्रमांक एक से कुछ देर पहले ही आगरा झांसी पैसेंजर इस पटरी से गुजरी थी। इस ट्रेन के गुजरने के बाद ही प्रभारी सीटीआई की नजर पटरी पर पड़ी। अगर उनकी नजर नहीं पड़ती तो प्लेटफार्म पर हादसा हो सकता था।