प्रधानमंत्री ने पिछडा, अजा-अजजा सांसदों को मंत्री बनाकर दिलाई पहचान : केंद्रीय मंत्री बघेल
ग्वालियर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अंत्योदय के माध्यम से जहां योजनाओं द्वारा आम जन को लाभ पहुंचा रहे हैं, वहीं राजनैतिक अंत्योदय से उन्होंने मंत्रिमंडल का विस्तार कर पिछड़ा एवं अनुसूचित जाति और जनजाति के सांसदों को मंत्री बनाकर सभी वर्ग को एक अलग पहचान देने का प्रयास किया है। सत्र के दौरान विपक्ष ने लोकतांत्रिक परंपराओं को ताक पर रखकर सदन में किसी भी नवागत मंत्री का परिचय तक नहीं होने दिया। जनआशीर्वाद यात्रा के माध्यम से नवागत केन्द्रीय मंत्री जनता के बीच जाकर उनका आशीर्वाद ले रहे हैं और कांग्रेस की हकीकत बताने का काम कर रहे हैं।
यह बात केन्द्रीय विधि विधाई राज्य मंत्री एसपीएस सिंह बघेल ने मंगलवार को ग्वालियर में पत्रकार वार्ता को सम्बोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय मंत्रिमंडल विस्तार में 27 पिछड़े वर्ग के मंत्री बनाये गये, वहीं अनुसूचित जाति की महिलाओं को भी मंत्री पद से नवाजा गया है। इतना ही नहीं महिलाओं को स्वास्थ्य, रेल जैसे अहम विभाग दिये हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हर गरीब को पक्की छत देकर अंत्योदय को साकार किया है। केन्द्रीय मंत्रिमंडल के पुनर्गठन में हर वर्ग की भागीदारी सामाजिक समरसता का श्रेष्ठ उदाहरण है। उनके बघेल समाज के लोग ग्वालियर चंबल अंचल में हैं।
चूल्हे के धुंए से छुटकारा -
केन्द्रीय मंत्री बघेल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने उज्जवला योजना के तहत ग्रामीण महिलाओं को चूल्हे के धुंए से छुटकारा दिलाया है, वहीं कोविड काल के दौरान 80 करोड लोगों को 8 माह तक निशुल्क राशन दिया है। इतना ही नहीं गरीब लोगों को आयुष्मान योजना के माध्यम से पांच लाख तक का निशुल्क उपचार देने का काम किया है।
भाजपा पिछड़ा वर्ग की हितैषी -
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने भाजपा सरकार पिछड़ा वर्ग की सच्ची हितैषी है। इसलिए इस वर्ग के हित में ऐतिहासिक निर्णय लिए है। कांग्रेस ने पिछड़ा आयोग बनाया लेकिन संवैधानिक दर्जा नहीं दिया। भाजपा सरकार ने पिछड़ा वर्ग आयोग को ताकत दी वहीं मेडीकल से लेकर उच्च शिक्षा में भी पिछडे वर्ग के विद्यार्थियों का कोटा बढाया। कांग्रेस सिर्फ पिछड़ों के नाम पर राजनीति करती आयी है।