ग्वालियर में रोज 10 हजार कोरोना टेस्ट का लक्ष्य रखकर करें कार्यः सिंधिया
केन्द्रीय मंत्री ने कोविड-19 के संबंध में गूगल मीट से की समीक्षा
ग्वालियर। केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि कोविड की तीसरी लहर की तीव्रता को देखते हुए सभी प्रबंध पुख्ता किए जाएं। जिले में प्रतिदिन 10 हजार कोरोना टेस्ट का लक्ष्य रखकर कार्य किया जाए। कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट जल्द से जल्द प्राप्त हो, इसका भी प्रबंध किया जाए।
केन्द्रीय मंत्री सिंधिया मंगलवार को गूगल मीट से कोविड-19 के संक्रमण की रोकथाम के लिये किए जा रहे कार्यों की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। गूगल मीट के माध्यम से आयोजित समीक्षा बैठक में जिले के प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट, ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, उद्यानिकी राज्य मंत्री भारत सिंह कुशवाह, क्षेत्रीय सांसद विवेक नारायण शेजवलकर, बीज विकास निगम के अध्यक्ष मुन्नालाल गोयल, संभागीय आयुक्त आशीष सक्सेना, कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह, पुलिस अधीक्षक अमित सांघी, नगर निगम आयुक्त किशोर कान्याल सहित विभागीय अधिकारी शामिल हुए।
सिंधिया ने बैठक के प्रारंभ में ही सांसद विवेक नारायण शेजवलकर सहित सभी लोगों से कोविड-19 के संक्रमण से बचने हेतु सभी आवश्यक सावधानियां बरतने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिये जो टीम काम कर रही है, उन्हें अपनी सावधानी भी रखना होगी। उन्होंने कहा कि कोविड की तीसरी लहर में संक्रमण की गति बहुत अधिक है। इसको देखते हुए हमें कोविड के टेस्ट की संख्या को बढ़ाकर 10 हजार तक ले जाना होगा। इसके लिये जांच केन्द्र और दलों की संख्या को भी उसी अनुपात में बढ़ाने की आवश्यकता है।
केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा कि कोविड अनुरूप व्यवहार लोग करें, इसके लिये जन जागरूकता पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। जिला स्तरीय, ब्लॉक स्तरीय, ग्राम स्तरीय और वार्ड स्तरीय क्राइसेस मैनेजमेंट समिति के सदस्यों को सक्रिय होना पड़ेगा, तभी लोगों में जागरूकता बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि ब्लॉक स्तर पर क्राइसेस मैनेजमेंट समिति की बैठकें भी आयोजित की जाएं, जिसमें ऑनलाइन जनप्रतिनिधि भी शामिल हों।प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट ने कहा कि ग्वालियर में कोरोना के संक्रमण की रोकथाम के लिये सभी व्यापक तैयारियां की गई हैं। अधिक से अधिक टेस्ट हों, इसके लिये भी प्रयास किए जा रहे हैं। अस्पतालों में पलंग, दवायें एवं ऑक्सीजन की व्यवस्था भी कर ली गई हैं। कोविड अनुरूप व्यवहार लोग करें, इसके लिये जन जागरूकता पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।
ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा कि कोविड-19 के संक्रमण की रोकथाम की जवाबदारी केवल प्रशासन और शासन की नहीं, इसमें जन-जन की भागीदारी नितांत आवश्यक है। मध्यप्रदेश में क्राइसेस मैनेजमेंट कमेटियों का गठन कर जन जागरूकता के लिये जो पहल की गई है, वह सराहनीय है। इन समिति से जुड़े हुए प्रत्येक सदस्य को अपने-अपने क्षेत्र में जन जागरूकता का कार्य करना चाहिए। इसके लिये समितियों की नियमित बैठकें भी आयोजित की जाएं।
उद्यानिकी मंत्री भारत सिंह कुशवाह ने भी अपने महत्वपूर्ण सुझाव रखे। उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्र के साथ-साथ ब्लॉक स्तर एवं ग्रामीण स्तर पर भी संक्रमण की रोकथाम हेतु निरंतर सार्थक प्रयास किए जाना चाहिए। सांसद शेजवलकर ने कहा कि कोविड-19 की तीसरी लहर की गति बहुत अधिक है, इससे बचने के लिये लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क का उपयोग अनिवार्यत: करना जरूरी है। जन जागरण के माध्यम से नागरिकों को इसके लिये तैयार किया जाना नितांत आवश्यक है। इस कार्य में जनप्रतिनिधियों की भागीदारी अति महत्वपूर्ण है। हम सब प्रयास करेंगे तो कोविड की तीसरी लहर पर भी हम विजय हासिल कर लेंगे।
संभागीय आयुक्त आशीष सक्सेना ने बैठक में बताया कि कोविड-19 की तीसरी लहर में संक्रमण की रोकथाम और प्रभावितों के उपचार के लिये सभी प्रबंध किए गए हैं। शासकीय, निजी अस्पतालों के साथ-साथ नर्सिंग कॉलेजों में भी पर्याप्त बैड की व्यवस्था की गई है। जिले में ऑक्सीजन की भी पर्याप्त उपलब्धता है। उन्होंने बताया कि ग्वालियर-चंबल संभाग के सभी जिलों में 50-50 घरों के मध्य एक दल गठित किया गया है जो प्रतिदिन अपने क्षेत्र में संपर्क करता है और कोई बीमार हो तो उसका टेस्ट और उपचार का प्रबंध किया जा रहा है।
कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने प्रारंभ में जिले में किए गए प्रबंधों के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ग्वालियर जिले में वर्तमान में 4 हजार से अधिक कोविड के टेस्ट प्रतिदिन किए जा रहे हैं। इसके साथ ही रेलवे स्टेशन, बस स्टेण्ड के साथ ही निर्धारित केन्द्रों पर कोविड के टेस्ट कराए जा रहे हैं। जिले में 6 हजार से अधिक बैड की व्यवस्था कर ली गई है। इसके साथ ही ऑक्सीजन की भी पर्याप्त व्यवस्था जिले में है। अभी तक जिले में कुल 19 मरीज ही अस्पताल में भर्ती हैं। ज्यादातर मरीज होम क्वारंटाइन में ही उपचाररत हैं।उन्होंने बताया कि ग्वालियर में 34 निजी चिकित्सकों ने स्वेच्छा से कोविड संक्रमण की रोकथाम के लिये अपनी सेवायें देने का कार्य प्रारंभ किया है। कंट्रोल कमाण्ड सेंटर के माध्यम से भी प्रतिदिन होम क्वारंटाइन मरीजों से संपर्क कर उन्हें चिकित्सकीय सलाह दी जा रही है। इसके साथ ही वीडियो कॉलिंग के माध्यम से भी लोगों को चिकित्सकीय सलाह देने का कार्य निरंतर किया जा रहा है। जिले में 1229 ऐसे वॉलेन्टियर भी चिन्हित हुए हैं जो स्वेच्छा से कोविड संक्रमण की रोकथाम के लिये जन जागरण के साथ ही होम क्वारंटाइन मरीजों की मदद का कार्य कर रहे हैं।