तानसेन आरओबी पर जनवरी से दौड़ेंगे वाहन, रेलवे वाले हिस्से को पीडब्ल्यूडी वाले हिस्से से जोडऩे के लिए भरे जाएंगे ज्वाइंट
साल 2017 में इस परियोजना को शुरु किया गया था
ग्वालियर,न.सं.। यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने के लिए शहर में रेल ओवर ब्रिज (आरओबी) तैयार किए जा रहे हैं। पीएडब्ल्यूडी के सेतु संभाग ने तानसेन आरओबी का निर्माण पूरा करने की समयसीमा नवंबर माह निर्धारित की थी, लेकिन ऐसा नहीं हो सका है। इसका निर्माण पूरा होने में दो महीने का समय और लगेगा। रेलवे के हिस्से में एक्सपेंशन ज्वाइंट नहीं जुड़े हैं, जिससे चलते फिलहाल ट्रैफिक निकालना संभव नहीं है। जानकारों की मानें तो इस आरओबी पर यातायात जनवरी 2023 में शुरू हो पाएगा।
वर्तमान में रेलवे पटरियों के ऊपर वाले हिस्से के पुल पर स्लैब डल चुके हैं। पुल के ऊपर सडक़ बनाने का काम भी हो चुका है, लेकिन रेलवे वाले हिस्से को पीडब्ल्यूडी वाले हिस्से से जोडऩे के लिए अभी ज्वाइंट नहीं भरे हैं। जिससे तानसेन नगर की ओर जाने वाले व्यक्ति को अभी पड़ाव पुल होते हुए जाना पड़ता है। वहीं विवेकानंद नीडम से कलेक्ट्रेट रोड को जोडऩे वाले ओवर ब्रिज 2019 में पूरा हो जाना चाहिए था, लेकिन इस पुल का छह साल से निर्माण चल रहा है। रेलवे ने अपने हिस्से पर स्लैब डालने का कार्य शुरू किया है। रेलवे के हिस्से पर स्लैब डालने का काम पूरा होने में समय लगेगा। उसके बाद सेतू संभाग का काम शुरू होगा। इस काम को खत्म होने के बाद पीडब्ल्यूडी ब्रिज सेक्शन को काम खत्म करने में 7 महीनें का समय लगेगा।
रेसकोर्स रोड-तानसेन नगर आरओबी के आंकड़े
- -रेसकोर्स रोड से गाडर वाली पुलिया होते हुए तानसेन नगर रोड ओवर ब्रिज का काम शुरू हुआ था 2017 में
- -रेल ओवर ब्रिज की लागत 35.81 करोड़
- -पुल की लंबाई की लंबाई 870 मीटर
- -पुल की चौडा़ई 7.4 मीटर
- -कार्य की स्थिति 95 प्रतिशत
- - 2020 में कार्य पूर्ण करने का था लक्ष्य
विवेकानंद नीडम से कलेक्ट्रेट रोड पर ओवर ब्रिज का काम शुरू हुआ था- 2016 में
- -रेलवे ओवर ब्रिज की लागत 26.63 करोड़
- -पुल की लंबाई 1027 मीटर
- -पुल की चौडा़ई 15 मीटर