ग्वालियर, न.सं.। विधानसभा उप-चुनाव में मतदान करने में युवाओं की भी खासी रुचि रही। मगर पहले की अपेक्षा इनका प्रतिशत जरूर कम रहा। इस चुनाव में इन युवाओं की मुख्य मांग यह थी कि ग्वालियर में रोजगार के साधन उपलब्ध होना चाहिए। ग्वालियर से पलायन की नौबत नहीं आना चाहिए। वर्तमान में ग्वालियर रोजगार के नाम पर पिछड़ रहा है। ग्वालियर शहर का विकास अभी और होना बाकी है। सफाई की समस्या भी ग्वालियर में विकराल बनी हुई है।
इनका कहना है:-
'मैंने आज दूसरी बार मतदान किया है। वायदे आश्वासन बहुत हो चुके हैं। शहर में धरातल पर काम की आवश्यकता है। चुनाव के समय जितने वायदे होते हैं वह पूरे होते ही नहीं है। ग्वालियर में रोजगार की बहुत आवश्यकता है।Ó
गौरव, युवा मतदाता
'कोरोना के कारण मैं पिछले आठ माह से बेरोजगार हूँँ। ग्वालियर में रोजगार उपलब्ध ही नहीं हो पा रहा है। ग्वालियर में रोजगार बढ़े इसी को ध्यान में रखते हुए मतदान किया है।Ó
-प्रदीप प्रजापति, युवा मतदाता
'जो भी प्रत्याशी चुनाव जीतकर आए वह आमजन के बीच में जाकर उनकी मूलभूत समस्याओं को कम से कम सुने तो सही। अब वादों और आश्वासन पर विश्वास करने का दौर नहीं रहा है।
अभिषेक प्रजापति, युवा मतदाता
'मैंने दूसरी बार वोट दिया है। मैं चाहता हूँ कि आने वाली सरकार स्थायी हो। तभी शहर का विकास हो सकेगा। Ó
आदिल खान, युवा मतदाता
'सरकार जो भी आए लड़कियों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दे। शहर में जिस प्रकार से आए दिन अपराध हो रहे हैं, उन पर रोक लगनी चाहिए। इसके लिए सरकारों को सख्त होना होगा। आने वाली सरकार काम करने वाली चाहिए। इन्हीं बातों को ध्यान में रखकर वोट दिया है।Ó
अनय खान, युवती
'शहरवासियों का एक-एक वोट कीमती है। यह वोट शहर का विकास होने, रोजगार के साधन उत्पन्न होने, सभी की सुरक्षा हो सके इसको ध्यान में रखकर दिया गया है। हम वोट देकर सरकार के हाथ मजबूत कर सकते हैं, लेकिन काम सरकार को ही करना होगा।Ó
हरीश सिंह, युवा मतदाता