ककैटो पेहसारी से लिफ्ट कर तिघरा में आएगा पानी, आयुक्त ने कहा पेयजल सप्लाई में कोई कमी नहीं आना चाहिए

शहर में सुचारू पेयजल व्यवस्था के लिए निगमायुक्त ने ली बैठक

Update: 2024-03-02 00:45 GMT

ग्वालियर।  ग्वालियर की जनता की प्यास बुझाने के लिए अगर जरुरत पड़ेगी तो ककैटो और पेहसारी से पानी को लिफ्ट किया जाएगा। शहर में पेयजल सप्लाई को लेकर कोई भी कमी नहीं आनी चाहिए।

यह निर्देश शुक्रवार को निगम आयुक्त हर्ष सिंह ने जलसंसाधन विभाग के अधिकारियों को बैठक में दिए। बैठक के दौरान जलसंसाधान के अधिकारियों ने आयुक्त से कहा तिघरा के साथ अपर ककैटो-पेहसारी में कम मात्रा में ही पानी है। जिस पर आयुक्त ने कहा आप हर हाल में 700 से 800 एमसीएफटी पानी सिचाई के लिए प्रयोग न करते हुए पेयजल सप्लाई के लिए स्टोरेज करके रखें और उस पानी को 20 अप्रेल के बाद जरूरत के हिसाब से लिफ्ट किया जाए। इसका प्रस्ताव बनाकर दें और विभाग को भी भेजे।

वर्तमान में मेयर इन काउंसिल एवं परिषद के ठहराव अनुसार शहर में एक दिन छोड़क़र पानी की सप्लाई की जा रही है। बैठक में उपस्थित जलप्रदाय अंतर्गत अनुबंधित एजेंसियों, प्रतिनिधियों को उनके द्वारा जल प्रदाय के लिए स्थापित मोटर पम्प संधारण कार्य के संबंध में प्राप्त हो रही शिकायतों एवं उनके समय पर निराकरण न होने के तथ्य से अवगत कराया गया। ग्वालियर पूर्व वि.स. अंतर्गत अनुबंधित एजेंसी मै. लेटिस इंडस्ट्रीज लि. नरौदा अहमदाबाद गुजरात द्वारा निरंतर कार्य में लापरवाही बरती जाने एवं यथा समय समस्याओं का निराकरण न करने के कारण विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत आए दिन पेयजल संकट की स्थिति निर्मित होती है। जिस पर एजेंसी को अंतिम चेतावनी देते हुए निर्देशित किया गया कि विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत पेयजल संबंधी समस्त पेयजल की शिकायतों का निराकरण आगामी 3 दिवस में पूरा किया जाए। बैठक में अपर आयुक्त आरके श्रीवास्तव, विजय राज, सिंचाई विभाग के अधीक्षण यंत्री राजेश चतुर्वेदी, एसडीओ वीरेन्द्र यादव, कार्यपालन यंत्री आरके शुक्ला, संजीव गुप्ता, उपायुक्त एपीएस भदौरिया सहित अन्य संबंधित सहायक यंत्री उपस्थित रहे।

रोबोटिक कैमरा का तकनीकी परीक्षण करें

बैठक में निगमायुक्ैत को बताया गया कि मै. लेटिस इंडस्ट्रीज लि. नरौदा अहमदाबाद गुजरात एजेंसी द्वारा सीवर सफाई के लिए रोबोटिक कैमरा अनुबंध के अंतर्गत प्रदाय किया गया था जो कि मानक अनुसार कार्यरत नहीं है। जिस पर संबंधित अपर आयुक्त, कार्यपालन यंत्री एवं नोडल अधिकारी सीवर सेल प्रदत्त रोबोटिक कैमरा का तकनीकी परीक्षण करने के निर्देश दिए गए। परीक्षण में कैमरा के कार्य न करने की स्थिति में भुगतान की राशि होल्ड करते हुए संबंधित के विरूद्ध अनुबंध में निहित शर्तों के अधीन कार्यवाही करते हुए वैधानिक कार्यवाही की बात भी कही।

यह निर्देश भी दिए

  • -मोटर पम्प संधारण के लिए अनुबंधित एजेंसियों के लंबित भुगतान संबंधी प्रकरण आवश्यक कार्यवाही उपरांत अधोहस्ताक्षरकर्ता को प्रेषित किया जावे।
  • -पेयजल संचालन एवं संधारण कार्य के अंतर्गत अमृत योजना एवं पूर्व से स्थापित पेयजल पाईप लाइन के संचालन एवं संधारण कार्य से संबंधित एजेंसी द्वारा अनुबंध अनुसार संचालन एवं संधारण कार्य संपादित न किये जाने के कारण मै. विष्णु प्रकाश आर. पुगलिया प्रा. लि. को नोटिस जारी किया जाए।
  • -निकाय अंतर्गत निर्मित टंकियों की सुरक्षा का दायित्व संबंधित एजेंसी द्वारा ही संपादित किया जाना है, ऐसे में टंकियों पर से निगम की ओर से कार्यरत गार्ड हटाए व संचालन एवं संधारण एजेंसी द्वारा गार्ड नियुक्ति किए जाए।

पानी लिफ्ट पर खर्च होंगे करीब 15 करोड़

शहर में जलसंकट के चलते अब तक दो बार पानी लिफ्ट किया जा चुका है। इसमें एक बार 2007 में और दूसरा 2016-17 में लिफ्ट किया गया। इस पर एक बार में लगभग 7 से 8 करोड़ रुपए खर्च किए गए थे। वहीं इस बार करीब 500 एमसीएफटी पानी पर करीब 15 करोड़ रुपए खर्च हो सकते है।

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