ग्वालियर में पूरे परिवार ने फांसी लगाई, पुलिस गुत्थी सुलझाने में जुटी
पति-पत्नी व बेटे के शव फांसी पर लटके मिले
ग्वालियर,.। हंसते खेलते जितेन्द्र झा के परिवार के बीच वह ऐसी कौन सी बात या तनाव था जिसके कारण पूरे परिवार को ही आत्मघाती कदम उठाना पड़ा। घर में दीवार में मिले खुदाई के निशान भी पुलिस को परेशान कर रहे हैं कि वह कौन था जो घर में आया था। जबकि पुलिस का दावा है कि परिवार की हत्या नहीं ेकी गई बल्कि फांसी लगाकर जान दी है। सुसाइड नोट में जिस युवक देवेन्द्र पाठक का नाम लिखा है वह और उसका परिवार घर से फरार हो गए हैं। आत्मघाती मामले की कहानी देवेन्द्र पाठक के इर्द गिर्द ही घूम रही है।
सिरोल में रहने वाले जितेन्द्र झा उसकी पत्नी त्रिवेणी झा और बेटा अचल तीन सदस्यों का हंसता खेलता परिवार था। परिवार की आर्थिक स्थिति भी ठीक ठाक थी। जितेन्द्र स्वयं प्रापर्टी डीलर का काम करता था और पत्नी आर्मी विद्यालय की प्राचार्या थी। ऐसी क्या वजह आ गई जिसके कारण बेटे अचल झा पिता जितेन्द्र और उसकी पत्नी त्रिवेणी को फांसी लगाकर जीवन लीला समाप्त करना पड़ी। इस संबंध में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध शाखा ऋषिकेश मीणा का कहना है कि अचल के कमरे में रखी हुई उसकी पढऩे की टेबल से एक सुसाइड नोट मिला है जिसमे देवेन्द्र पाठक उर्फ वैटल निवासी साक्षी अपार्टमेंट के सामने वाली गली मुरार का नाम है। देेवेद्र की प्रताडऩा से ही तंग आकर पूरे परिवार ने फांसी लगाई है। वह वजह क्या है और बेटे अचल को देवेन्द्र क्या परेशान करता था इसके बारे में उसके पकड़े जाने के बाद ही पता लग सकेगा। एएसपी ऋषिकेश मीणा ने बताया कि देवेन्द्र पाठक का मोबाइल बंद आ रहा है जबकि परिवार भी लापता है। तीनों लोगों के फांसी लगाने में तनाव या फिर इतनी बड़ी वजह या क्लेश होगी जो वह सहन नहीं कर सके या फिर उनसे बात संभल नहीं सकी। क्षेत्र में भी एक साथ परिवार के फांसी लगाने पर लोग हैरान हैं।
अचल के कमरे में कौन आया
पुलिस को निरीक्षण के दौरान घर के पिछवाड़े में बनी खिडक़ी को तोडक़र घर में किसी के आने के प्रमाण मिले हैं। वह कौन था जो घर में खिडक़ी के रास्ते आया था या फिर वहां से भागा है। जिस जगह मकान है उसके बगल में लगा सीसीटीवी बंद पड़ा हुआ है। पुलिस अब दूसरे स्थान के सीसीटीवी खंगाल रही है। घर में सभी सामान सुरक्षित रखा हुआ है।
रसोई में रखी मिली शराब की बोतल व गिलास
पुलिस को घर की तलाशी के दौरान रसोई में एक 100 बाइपर की शराब की बोलत और कांच का गिलास रखा हुआ मिला है। संभवत किसी ने शराब पी होगी। इसके अलावा अलमारी और पूरे घर का सामान यहां तक की मोबाइल जहां रखे थे वहीं पर ही मिले हैं। पुलिस ने मोबाइल जब्त कर लिए हैं और मृतकों ने किस किस से बात की थी उसके बारे में पड़ताल की जा रही है।
जितेन्द्र ने काटी थी नसें, खून के धब्बे मिले
जितेन्द्र ने फांसी लगाने से पहले अपने दोनों हाथों की नसों को भी काटने का प्रयास किया था। एक हाथ में गहरा घाव थ जबकि दूसरे हाथ में कम। सीढिय़ों पर खून के धब्बे मिले हैं। पति पत्नी ने एक साथ फांसी लगाने की योजना बना ली यह बात पुलिस को परेशान कर रही है। जितेन्द्र व त्रिवेणी ने साफी व तौलिए से ही फांसी लगाई हैं।
दो दिन पुराने हैं शव
फोरेंसिंक विशेषज्ञ डॉ. अखिलेश भार्गव का कहना है कि शव दो दिन पुराने प्रतीत हो रहे हैं। संभवत 26 जनवरी की ही रात को फांसी लगाई है। तीनों के मोबाइल जब रिसीव नहीं हुए तो त्रिवेणी के पिता शिवचरण मौके पर पहुंचे और दीवार फांदकर उन्होने घर का नजारा देखा तो हैरान रह गए। पुलिस को सूचना दी गई।
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इनका कहना है