NEET UG 2025 Exam: प्रदेश समेत 566 शहरों में 4 मई को होगी नीट यूजी परीक्षा, 23 लाख से ज्यादा परीक्षार्थी हो सकते हैं शामिल

NEET UG 2025 Exam : भोपाल। नीट यूजी 2025 की परीक्षा देशभर के 552 शहरों और विदेशों के 14 शहरों सहित कुल 566 शहरों में 4 मई 2025 को आयोजित होगी। इस परीक्षा के जरिए मेडिकल, आयुष और डेंटल कोर्सेज में एडमिशन होंगे। देशभर में एमबीबीएस के 776 कॉलेजों में 1,17,906 सीटें, आयुष (बीएएमएस, बीएचएमएस, बीयूएमएस, बीएसएमएस) के 950 कॉलेजों में 65,000 से ज्यादा सीटें, और डेंटल (बीडीएस) के 329 कॉलेजों में 27,868 सीटें सहित कुल 2,10,774 सीटों पर सत्र 2025-26 में नीट 2025 के परिणामों के आधार पर प्रवेश होंगे।
मध्यप्रदेश के 30 शहरों में होने वाली इस परीक्षा में करीब 2.5 लाख छात्र, बिहार के 35 शहरों में 3 लाख, राजस्थान के 25 शहरों में 2.25 लाख, और उत्तरप्रदेश के 60 शहरों में 3.5 लाख छात्र शामिल होंगे। देशभर में कुल 23 लाख से ज्यादा परीक्षार्थी इस परीक्षा में भाग ले सकते हैं। सूत्रों के अनुसार, प्रवेश के समय कॉलेजों और सीटों की संख्या में बढ़ोतरी की संभावना है, जिससे और ज्यादा छात्रों को मौका मिल सकता है।
मेडिकल शिक्षा के लिए सुनहरा अवसर
नीट यूजी 2025 मेडिकल और संबद्ध क्षेत्रों में करियर बनाने के इच्छुक छात्रों के लिए एक बड़ा अवसर लेकर आया है। इस परीक्षा के जरिए न केवल एमबीबीएस और बीडीएस में प्रवेश होंगे, बल्कि आयुष कोर्सेज में भी दाखिले का रास्ता खुलेगा। मध्यप्रदेश, बिहार, राजस्थान और उत्तरप्रदेश जैसे राज्यों में बड़ी संख्या में छात्र इस परीक्षा की तैयारी में जुटे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि सीटों की संख्या में संभावित बढ़ोतरी से उन छात्रों को भी मौका मिलेगा, जो कटऑफ के करीब रहते हैं।
छात्रों में उत्साह
नीट यूजी 2025 की घोषणा के बाद छात्रों में उत्साह देखा जा रहा है। हालांकि, पिछले साल की घटनाओं को देखते हुए कई लोग पारदर्शिता और सुरक्षा को लेकर सतर्क भी हैं। डॉ. राकेश पाण्डेय ने बताया कि इस बार कड़े इंतजाम किए जा रहे हैं, ताकि किसी भी तरह की गड़बड़ी न हो। छात्रों को सलाह दी जा रही है कि वे अपनी तैयारी पर ध्यान दें और परीक्षा के लिए समय पर सभी जरूरी दस्तावेज तैयार रखें।
वर्जन
नीट 2025 यूजी की परीक्षा परिणाम के आधार पर अभी तक के इतिहास में लगभग 2055 चिकित्सकीय कॉलेजों में दो लाख से ज्यादा मेडिकल सीटों पर प्रवेश रिकॉर्ड होगा। संभावना है कि पारदर्शितापूर्ण परीक्षा कराने के उद्देश्य से ज्यादातर शासकीय संस्थानों में परीक्षा केंद्र बनाये जावेंगे।
- डॉ राकेश पाण्डेय, राष्ट्रीय प्रवक्ता, आयुष मेडिकल एसोसिएशन