Chhattisgarh Assembly Silver Jubilee LIVE: रजत जयंती वर्ष पर बोलीं राष्ट्रपति- छत्तीसगढ़ में विकास की असीम संभावनाएं, नक्सलवाद भी अब अंतिम चरण में

President Draupadi Murmu CG Visit : रायपुर। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू एक दिवसीय दौरे पर छत्तीसगढ़ पहुंच गई हैं। रायपुर एयरपोर्ट पर छत्तीसगढ़ राज्यपाल रामेन डेका और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने पुष्पगुच्छ देकर उनका स्वागत किया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू रायपुर में छत्तीसगढ़ विधानसभा के रजत जयंती वर्ष समारोह में शामिल होंगी। इस दौरान वह विधायकों और मंत्रियों को संबोधित भी करेंगी।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भारतीय वायु सेना के विमान से रायपुर एयरपोर्ट पर पहुंचीं। एयरपोर्ट से वह सीधे विधानसभा परिसर पहुंचेंगी। राष्ट्रपति दोपहर 1 बजे तक रायपुर में रहेंगी। इस दौरान विधानसभा के 25 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित रजत जयंती समारोह में वह मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के स्वागत में छत्तीसगढ़ी नाचा और लोक कलाकारों द्वारा राउत नाचा की प्रस्तुति दी गई है।
जानकारी के अनुसार, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सुबह 11:15 बजे छत्तीसगढ़ विधानसभा के रजत जयंती समारोह में शामिल होंगी। यहां वे विधायकों को संबोधित करने के साथ वृक्षारोपण करेंगी। इसके बाद दोपहर 12:00 बजे वे एयरपोर्ट के लिए रवाना होंगी और 12:30 बजे दिल्ली के लिए प्रस्थान करेंगी।
गौरतलब है कि इससे पहले राष्ट्रपति मुर्मू 25 और 26 अक्टूबर 2024 को रायपुर आई थीं। 25 अक्टूबर को रायपुर एम्स और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान यानी एनआईटी के दीक्षांत समारोह में शामिल हुई थीं। 26 अक्टूबर को रायपुर के जगन्नाथ मंदिर में पूजा अर्चना करने के बाद भिलाई के आईआईटी के दीक्षांत समारोह में शिरकत की थीं।
राष्ट्रपति ने आगे कहा, छत्तीसगढ़ में विकास की असीम संभावनाएं हैं। सीमेंट, खनिज उद्योग , स्टील और बिजली उत्पादन जैसे क्षेत्रों में विकास के कई मौके हैं। यहां के पारंपरिक लोक शिल्प की देश के अलावा विदेशो में भी खूब सराहना होती है। यहाँ के हरे-भरे जंगल, यहाँ की प्राचीन परंपरा, लोकनृत्य आदि बेहद मनमोहक है। इसके बाद विधानसभा स्पीकर ने राष्ट्रपति मुर्मू से कार्यक्रम के समापन की इजाजत मांगी और राष्ट्रगान के बाद कार्यक्रम का समापन हुआ।
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि, छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद का खात्मा अब अंतिम चरण में है। प्रदेश के नक्सल प्रभावित इलाकों में लोग अब विकास और प्रगति की राह पर आगे बढ़ना चाहते हैं। बच्चों को शिक्षित करना चाहते है, महिलाएं आगे आ रही है। आत्मनिर्भर बन रही है।
राष्ट्रपति ने आगे कहा कि, जगन्नाथ सिर्फ उड़ीसा के नहीं बल्कि पूरे विश्व के हैं। जगन्नाथ मंदिर में जो 56 कोटि का चावल पकता है वो छत्तीसगढ़ का ही है। यह प्रसाद पूरा विश्व खाता है।
लगभग ढाई सौ साल पहले गऊ घासीदास ने समाज सुधाने का संकल्प लिया था जिसे आज सबके द्वारा सिद्ध किया जा रहा है। मानवता और सामाजिक समरसता के आधार पर सर्वश्रेष्ठ छत्तीसगढ़ का निर्माण करना है।
छत्तीसगढ़ विधानसभा में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संबोधित करते हुए कहा कि, छत्तीसगढ़ को हम उड़ीसा का ही हिस्सा समझते है। परिसीमन की सीमा है लेकिन दिल की कोई दिवार नहीं है। दिल से हम सब एक ही है।
सीएम विष्णुदेव साय ने विधानसभा को संबोधित करते हुए कहा कि, विधानसभा के रजत जयंती समारोह में राष्ट्रपति मुर्मू का स्वागत और अभिनन्दन हैं। अटल जी ने राज्य का निर्माण किया था। हम अटल निर्माण वर्ष भी माना रहे हैं।
आपने विभिन्न पदों पर रहकर देश की सेवा की है। हम आज आपको सुनेंगे और आपके अनुभव का लाभ लेंगे। हम सभी विकसित भारत और विकसित छत्तीसगढ़ के लिए कटिबद्ध हैं।
नेता प्रतिपक्ष ने आगे कहा कि हमारे राज्य में जगन्नाथ जी की कृपा बनी हुई है. हमारे राज्य का चावल जगन्नाथ जी के भोग के लिए जाता है। जिसे विष्णुभोग कहा जाता है। हमारे राज्य को कौशल्या प्रदेश के नाम से जाना जाता है। हमारा भगवान राम से भी बहुत पुराना नाता है। आपका और हमारा आत्मीय संबंध है।
- नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने राष्ट्रपति मुर्मू को संबोधित करते हुए कहा कि हम छत्तीसगढ़ में आपका अभिनंदन करते हैं। आपका आगमन हमारे लिए ऐतिहासिक क्षण है। आपके गृहग्राम उड़ीसा से हमारे राज्य का गहरा पुराना रिश्ता है।
- छत्तीसगढ़ के परिकल्पना के समय सिर्फ 36 घर थे। फिर धीरे-धीरे विकसित किया गया। हमारे राज्य के पुराने 12 घर आपके राज्य में जाकर जुड़ गए है, इसीलिए हमने उड़ीसा को भी अपना घर माना है।
स्पीकर रमन सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ विधानसभा में टोनही प्रताड़ना, खाद्य सुरक्षा सहित अब तक 565 विधेयक पारित हो चुके हैं। विधानसभा में सदस्यों की संख्या 90 है। इनमें अनुसूचित जनजाति के 30, अनुसूचित जाति के 10, OBC के 35 सदस्य, सामान्य वर्ग के 15 और महिला सदस्यों की संख्या 19 है। विधानसभा में पहली बार चुनकर आए सदस्यों की संख्या 51 है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने छत्तीसगढ़ विधानसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि, मुझे छत्तीसगढ़ से लगाव है। छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया। विधानसभा में राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, मैं 5-6 बार छत्तीसगढ़ आई हूं। रायपुर को हम ओडिशा का हिस्सा समझते हैं।
छत्तीसगढ़ विधानसभा के रजत जयंती समारोह के अवसर पर आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने विधानसभा परिसर में कदम्ब का पौधरोपण किया। इस अवसर पर राज्यपाल रमेन डेका, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह उपस्थित थे।