आखातीज पर सूर्य और चंद्रमा होंगे उच्च राशि में, बनेगा सर्वार्थसिद्धि योग

Update: 2022-04-21 05:15 GMT

ग्वालियर, न.सं.। अक्षय तृतीया हर वर्ष वैशाख महीने की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाई जाती है। इस वर्ष अक्षय तृतीया 03 मई मंगलवार को मनाई जाएगी। इस बार आखातीज पर सूर्य और चन्द्रमा अपनी उच्च राशि में होंगे। इस दिन सर्वार्थसिद्धि योग भी बनेगा। ज्योतिषाचार्य सुनील चोपड़ा ने बताया कि तृतिया तिथि का प्रारंभ तीन मई मंगलवार को सुबह 5.18 बजे से चार मई बुधवार को सुबह 07.32 बजे तक रहेगा।

ज्योतिषाचार्य ने बताया कि धर्मशास्त्रों में अक्षय तृतीया के महत्व की बहुत-सी बातें बताई गई हैं। यह ऐसा मुहूर्त बताया गया है, जिसमें किसी भी शुभ काम की शुरुआत की जा सकती है। इस दिन श्रद्धा के साथ पूजा-उपासना करने और दान-पुण्य करने का विधान है। अक्षय का अर्थ है जो कभी नष्ट न हो। इस दिन सोना खरीदना, सोने का उपयोग करना बहुत फलदायी होता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन जो शुभ कार्य किया जाता है उसका अनेक गुना फल हमें मिलता है।

अक्षय तृतीया पर करें ये शुभ कार्य:-

अक्षय तृतीया को शादी, गृह-प्रवेश, कपड़े और जेवर की खरीददारी या घर, जमीन, गाड़ी की खरीददारी से जुड़े काम किए जा सकते हैं। इस दिन नया कपड़ा, जेवर पहनना, नई संस्था और काम का उद्घाटन शुभ माना जाता है। पौराणिक मान्यता है कि इस दिन पितृ पक्ष को किया गया तर्पण और पिंडदान या किसी भी तरह का दान अक्षय फल देता है।

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